देश भर में कोरोना वायरस फैला हुआ है. जिसके तहत देश के कई महानगरों में कोरोना के हजारों मरी’ज मिल रहे हैं. ज़ी न्यूज के मुताबिक उनके ऑफिस में काम करने वाले 2500 कर्मचारियों में से 29 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके लिए ज़ी न्यूज़ की वेबसाइट पर उन्होंने खुद ही एक पोस्ट खबर के रूप में लगाई है, जिसमें तमाम लोगों की सिंपति बटोरने का काम किया गया है.
इस पोस्ट में अपनी तारीफ करते हुए जी न्यूज़ इंडिया लिखता है कि, यहां के लोग कैसे दिन रात काम पर के 180 देशों में खबरें फैलाते हैं. बाहर काम करने के दौरान उन्हें को’रोना वा’यरस का खत’रा बना हुआ रहता है. अगर को’रोना से बच भी जाते हैं तो उन पत्रकारों पर एफ आई आर हो जाती है.
These are difficult times. 28 of my colleagues at @ZeeNews have tested positive for COVID-19. Thankfully all of them are fine,mostly asymptomatic. I wish them a speedy recovery and salute their courage & professionalism. Sharing the official statement with you. pic.twitter.com/50yW2auj0Y
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) May 18, 2020
और अगर f.i.r. से बच जाते हैं, तो उन्हें धमकि’यां मिलने लगती हैं. ज़ी न्यूज़ इंडिया डॉट कॉम पर लगी इस पोस्ट से इनकी घटिया मानसिकता का पता चलता है कि यह पूरी तरह से बीमा’र हो चुके हैं. इस पोस्ट में भी उन्होंने लिखा हुआ है कि टुकड़े-टुकड़े गैंग हमारे खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है, जबकि हमने देश के लिए इतनी सारी कुर्बानियां दी हैं.
क्या जी न्यूज़ के कर्मचारी आजादी की जं’ग में जाकर लड़े थे? इस देश के लिए उन्होंने ऐसा क्या काम किया है, सिवाय फेक न्यूज़ और हिंदू-मुस्लि’म करने के जिसकी वजह से जी न्यूज़ को सम्मान से नवाजा जाए. देश को हिन्दू-मुस्लि’म में बाँटने वाले इस बीमार चैनल ने इस पोस्ट में भी टुकड़े-टुकड़े गैंग का जिक्र किया है.
भाई आखिर हमें भी तो पता चले ये टुकड़े-टुकड़े गैंग कौनसी है. शायद वोही जो खुद जी न्यूज़ का एक फेक विडियो जो 3 बार एक्स्पोस हो चुका है. समुदाय विशेष के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाला यह गैंग सोशल मीडिया पर वैचारिक पत्थरबाजी कर रहा है.
इस पोस्ट में लिखी हुई इनकी भाषा से इन मीडिया कर्मियों की मानसिकता का पता चलता है. देश को दं’गों की आग में झोंकने वाले और दिन रात हिंदू-मुस्लिम करने वाले ऐसे नीच मानसिकता के लोग यहां भी लोगों की सिम्पथी लेने से बाज नहीं आ रहे हैं.
इन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि हमारे जो 29 कर्मचारी संक्रमित हुए हैं, उनके बारे में जानकार लोग खुशी मना रहे हैं, ज़ी न्यूज़ इंडिया को उन खुशी मनाने वाले लोगों के भी दर्शन इसी पोस्ट में करा देना चाहिए थे कि नहीं?.
घटिया मानसिकता की पत्रकारिता करने वाले यह लोग इस देश का भला नहीं कर सकते, फिलहाल हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं, दिल से संवेदनाएं फर्जी तरीके से नहीं, उनके कर्मचारी जल्द ही नेगेटिव होकर बाहर निकलेंगे और वह फिर से अपना काम कर सकेंगे, तब तक के लिए बाकी जो कर्मचारी बचे हुए हैं उनको समाख लेना चाहिए, उनके लिए शुभकामनाएं.
साभार: www.indianmuslimpro.com