शुक्रवार को एक टीवी चैनल पर कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह यादव को अब्बाजान कहते हुए अखिलेश यादव पर निशाना साधने की कोशिश की थी। मुलायम सिंह यादव को सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अब्बाजान कहे जाने के बाद सपा नेता अखिलेश यादव भ’ड़क गए और कहने लगे कि मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए।
शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अब्बाजान वाले बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए। हमारा आपका झग’ड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है। अगर वो मेरे पिता जी के लिए कुछ कहेंगे तो मैं भी उनके पिताजी के बारे में बहुत कुछ कह दूंगा। इसलिए मुख्यमंत्री अपनी भाषा पर संतुलन रखें।
दरअसल शुक्रवार को न्यूज चैनल पर आयोजित कार्यक्रम में हिं’दुत्व को लेकर पूछे एक गए सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा था कि हम भाजपा वालों से बड़े हिंदू हैं। उनकी जो परिभाषा हिंदू वाली है, वो हमें नहीं चाहिए। जो नफ’रत फैलाती हो और समाज को बां’टती हो। हम उनसे बड़े हिं’दू हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि हमारा जन्म तो अभी हुआ है, लेकिन हमारे मंदिर तो हमारे जन्म से भी पहले के हैं। नेताजी तो हनुमान जी की पूजा काफी समय से करते आए हैं।
अखिलेश यादव के इस बयान पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज चैनल पर ही कहा था कि राममंदिर के भव्य निर्माण का कार्य हमारे शासन में शुरू किया गया है। उन्होंने इसके बाद अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) तो कहते थे कि हम परिंदा भी पर नहीं मा’रने देंगे।
इन लोगों ने पहले राम मंदिर की बात स्वीकार नहीं की थी और रामभक्तों पर गोली चलाई थी। शनिवार को प्रेस कांफ्रेस में अखिलेश यादव ने किसानों और किसान आं’दोलन का भी मुद्दा उठाया। अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा सं’कट में हमारा किसान है। हमारे देश का कि’सान विकास के खि’लाफ नहीं है, बड़े से बड़े प्रोजेक्ट के लिए किसानों ने अपनी कीमती जमीन दी।
लेकिन आज किसान भाजपा के सामने लगातार आं’दोलन कर रहे हैं। जब कभी समाजवादियों को मौका मिलेगा तो किसानों के साथ न्याय होगा। शनिवार को अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का चुनावी गाना “काम होगा” भी लांच किया।