प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर यशवंत सिन्हा और आप नेता बैठे राजघाट पर धरने पर

प्रवासी मजदूरों के मुद्दे को लेकर भाजपा के पूर्व नेता व पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने राजघाट पर धरना शुरू कर दिया है। उनके साथ AAP नेता संजय सिंह और दिलीप पांडे भी धरने पर बैठे हैं।

यशवंत सिन्हा की मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार मजदूरों के मुद्दे को गंभीरता से ले और उनकी घर वापसी के लिए सही इंतजाम करे। सिन्हा का मानना है कि अगर सेना को सरकार साथ में लेगी तो मजदूरों की समस्या को 24 घंटें में दूर किया जा सकता है।

राजधानी दिल्ली और देश के कई अन्य राज्यों से मजदूरों के पलायन का सिलसिला लगातार जारी है. दिल्ली-उत्तरप्रदेश बॉर्डर के डीएनडी पर भी बड़ी संख्या में मजदूर लॉकडाउन 4 के पहले दिन मौजूद हैं.

लेकिन यूपी पुलिस इन्हें यूपी में दाखिल नहीं होने दे रही. इनमें से कुछ मजदूर महाराष्ट्र के भिवंडी से आये थे और इन्हें यूपी के अमरोहा जाना था तो कई दिल्ली के थे जिन्हें बिहार के बेगूसराय, औरैया और अन्य जगहों पर जाना है.

दरअसल, डीएनडी पर बैठे ये मजदूर महाराष्ट्र के भिवंडी में मजदूरी करते थे. महाराष्ट्र के भिवंडी से ये मजदूर अपने गांव यूपी के अमरोहा जाना चाहते है. लेकिन, यूपी पुलिस ने इन्हें डीएनडी बॉर्डर पर ही रोक दिया है.

तय कर चुके 1300 किलोमीटर की दूरी, घर है पास लेकिन…

इन मजदूरों का कहना है कि पुलिस इन्हें यूपी में दाखिल होने नही दे रही है. जहां से आये है वहां वापस जाने को कहा जा रहा है. एक गाड़ी से ये लोग महाराष्ट्र के भिवंडी से निकले थे. 1300 किलोमीटर से ज्यादा दूरी ये तय कर चुके है.

अब इन्हें अपने गांव पहुंचने के लिए और 130 किलोमीटर सफर करना है. इनके साथ गर्भवती महिला, बच्चे भी है. इनका कहना है कि राजस्थान क्रॉस करके आ गए है अब वापस जाना मुमकिन नही है और इनकी तबियत भी अब खराब हो रही है.