वोडाफोन के जू-जू के बारे में तो आपको सभी जानते होंगे, विज्ञापन की दुनिया में तहलका मचाने वाले वोडाफोन के जू जू को तो आप सभी जानते होंगे। गोल सर वाले जूजू के कई अलग अलग विज्ञापन आपने देखें होंगे, दोस्तों क्या आप जानते हैं जूजू का सबसे पहला विज्ञापन कब बना था।
जू जू को वोडाफोन ने इंडियन प्रीमियर लीग सीज़न 2 में वोडाफोन को प्रमोट करने के लिए बनवाया था। जू जू के विज्ञापन को बनाने का काम ओगलिव एंड मैथर एजेंसी को दिया गया था जो वोडाफोन के प्रचार प्रसार का काम संभालती है।
जू जू के विज्ञापन को बैंगलोर बेस्ड निरवाना फिल्म ने साउथ अफ्रीका में पहली बार शूट किया था। जू जू को बनाने का आईडिया सबसे पहले राजीव राव को आया था इन्होंने ही ने जू जू की स्टोरी लाइन भी लिखी थी, आपको जानकर हैरानी होगी जूजू को 10 दिनों के रिकार्ड टाइम में शूट किया गया था जिसमें कुल 3 करोड़ रुपए का खर्च आया था।
ये एलियन से दिखने वाले छोटे किरदार अपनी मस्त अदाओं से लोगों के दिलों में उतर चुके हैं। कई लोग सोचते हैं कि जूजू ऐनिमेटेड कैरेक्टर हैं लेकिन सच्चाई ये है कि जूजू के लिबास में दरअसल जीते जागते लोग ही विज्ञापन में एक्टिंग कर रहे थे।
आईपीएल मैचों के साथ जूजू की भी खूब चर्चा होती थी। इन विज्ञापनों के लिए भूमिका तैयार करना काफी मुश्किल भरा काम था। एड फिल्म मेकर प्रकाश वर्मा बताते हैं कि इन विज्ञापनों को बनाने में काफी दिक्कतें सामने आईं। ये एक एनिमेशन फिल्म की तरह हैं लेकिन हैं बिल्कुल असली। हर सीन को एनिमेशन फिल्म की तरह दिखाया जाना था।
सारे रंग, बैकग्राउंड, पीछे की इमारतें, कुर्सियां एनिमेटेड ही दिखनी चाहिए। इसके लिए हमने सब कुछ ऐसे पेंट किया कि एनिमेटेड लगे। इसके अलावा इनके कपड़े बनाने में भी परेशानी हुई। हमने कई सैंपल्स बनाए। वो फिट नहीं आते थे तो दोबारा उनपर काम किया जाता था। आखिर में हमें सही डिजाइन मिल ही गया। इस फिल्म में काम कर रहे कलाकारों ने बेहतरीन काम किया है।