पेगासस की लिस्ट में विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया का नाम आने पर उन्होंने कहा कि अगर हम जैसे देशभक्तों के अलावा देश में बैठे पाकिस्तान के एजेंटों के फोन टैप किए होते तो देश में पुल’वामा जैसी घ’टना नहीं होती। प्रवीण तोगड़िया के इस बयान को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का समर्थन मिला है। उन्होंने तोगड़िया के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि पुलवामा पूरी तरह से हमारी इंटेलिजेंस की असफलता है।
पेगासस लिस्ट में नाम आने के बाद बीबीसी से बात करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने तं’जात्मक लहजे में कहा कि ‘कुछ लोग’ सत्ता से नहीं थे तो हम उनको प्रिय हुआ करते थे।
अब जब वह सत्ता में हैं तो उन्हें हमारा चेहरा पसंद नहीं है लेकिन छुपछुप कर हमारी आवाज सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे हजारों देशभक्त की जासू’सी या निगरानी करने के बजाय देश में बैठे पाकिस्तानी एजेंटों की निग’रानी करते तो देश में पुलवामा नहीं होता।
मोदी-शाह के साथ अपने रिश्तों का जिक्र करते हुए कह कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ मेरी बात हजारों घं’टों तक हो चुकी है। जिन लोगों से मेरी कई हजार घंटे बात हो चुकी हो, उन लोगों को छिपकर मेरी बात सुननी प’ड़े, यह समझ से परे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर इजराइली कंपनी किसी व्यक्ति को नहीं देती है यह सॉफ्टवेयर तो भारत सरकार को जांच करके यह पता लगाना चाहिए कि भारत में इस सॉफ्टवेयर को किसने खरीदा है।
मैं सहमत हूँ। बात तो सही है। पुलवामा पूरे तरीक़े से हमारी Intelligence Agencies की असफलता है। https://t.co/57JxSeX6oh
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 26, 2021
उन्होंने सवाल उठाते कहा कि आखिर हम कर क्या कर रहे हैं। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि कहीं इस स्पाईवेयर के जरिए भारतीय देशभक्तों की जानकारी पाकिस्तान को तो नहीं दी जा रही है। देश को किसी पार्टी, पत्रकार या प्रवीण तोगड़िया जैसे देश भक्त से नहीं बल्कि पाकिस्तानी एजेंटों से ख’तरा है।
बताते चलें कि प्रवीण तोग’ड़ियां और नरेंद्र मोदी के संबंधों को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं रहती हैं। एक समय में दोनों बेहद करीबी मित्र माने जाते थे लेकिन 2002 के बाद से रिश्तों में बदलाव आने लगा। पिछले दिनों तोगड़िया रहस्यमयी तरीके से कई घंटों तक ला’पता रहे थे और आखिर में अहमदाबाद एयरपोर्ट पर बेहोशी की हा’लत में मिले थे। जिस पर तोगड़िया ने आरो’प लगाया था कि उनका एनकाउंटर करने की कोशिश की गई थी।