कानपुर में 8 पु’लिसकर्मि’यों की ह’त्या कर फ’रार होने वाले विकास दुबे की तला’श में पु’लिस पूरे उत्तर प्रदेश की खा’क छान रही है. हालांकि घ’टना को बीते कई दिन हो चुके हैं लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. लेकिन पु’लिस को तला’शी के दौरान विकास दुबे के घर के सामने वाली घर की छत से ब’म मिले हैं. माना जा रहा है ये पु’लिस पर हम’ला करने के लिए ही वहां पर रखे गए होंगे. वहीं वि’कास दु’बे के घर से पु’लिस को खा’ली राशन कार्ड, मु’कद’मों के दस्तावेज, वायरलेस सेट का एक माइक, सीसीटीवी कैमरे की रैम, कार’तू’स, कीलें, साथ ही नौकर और नौकरानी की दो अलग अलग नाम से मिली आईडी मिली हैं. नौकर दयाशंकर के नाम से दो आई़डी और नौकरानी रेखा के नाम की भी दो आईडी मिली है.
पु’लिस ने जा’री की विकास के गु’र्गों की तस्वीर
पुलिस ने इसके साथ ही करीब 15 अ’परा’धि’यों की तस्वीर सहित एक लि’स्ट जारी की है जिसमें उनको मो’स्ट वांटे’ड या विका’स दुबे के सह’योगी बताया गया है. इनके बारे में सूच’ना देने के लिए पु’लिस ने फोन नंबर भी जारी किए हैं.
सीओ देवेंद्र मिश्रा की चिट्ठी बनी रह’स्य
श’ही’द CO देवेंद्र मिश्र के वॉय’रल पत्र की जां’च के लिए अब आईजी रेंज लखनऊ, लक्ष्मी सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके पहले ADG ज़ोन कानपुर, जेएन सिंह को मिली थी. लक्ष्मी सिंह ने बिल्हौर के सीओ दफ्तर में स्टाफ से बन्द कमरे में पूछ’ता’छ की है.
पुलिस के पास नहीं है चिट्ठी का कोई रिकॉर्ड
विकास दुबे और चौबेपुर के निलंबित थाना अध्यक्ष विनय तिवारी के बीच कथित संबं’धों को जाहिर करने वाले मा’रे गये पुलिस उपाधीक्षक के पत्र का पु’लिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है. पु’लिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा का एक क’थित पत्र सोमवार को सोशल मीडिया पर वाय’रल हुआ था जिसमें उन्होंने चौबेपुर के थाना अध्यक्ष विनय तिवारी और मा’फिया सर’ग’ना विकास दुबे के बीच संबंध’ होने के गं’भीर आ’रोप लगाए थे.