विदेशों में फंसे लाखों भारतीयों को लाने की तैयारी शुरू, चुकाने होंगे इतने-इतने रूपये

को’रोनावायरस महामा’री के चलते विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने एक बड़ी योजना तैयार की है. सरकार ने विदेशों से लाए जाने वाले यात्रियों की भुगतान दर तय कर दी है. वहां से वापस आने वाले यात्रियों को खुद किराया देना होगा.

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह जानकारी दी है. लंदन से दिल्ली आने वाली फ्लाइट के लिए प्रति पैसेंजर 50 हजार रुपये चुकाने होंगे. वहीं ढ़ाका से दिल्ली आने वाली फ्लाइट का फेयर 12 हजार रुपये होगा. अमेरिका से लौटने वाले यात्रियों के लिए 1 लाख रुपये की दर तय की गई है.

हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि लंदन से मुंबई, लंदन से अहमदाबाद, लंदन से बेंगलुरु और लंदन से दिल्ली के लिए 50 हज़ार रुपए देने होंगे. वहीं शिकागो से दिल्ली, शिकागो से हैदराबाद के लिए लगभग 1 लाख रुपए देने पड़ेंगे. वहीं सैन फ्रांस्सिको और नेवार्क से भी लौटने के 1-1 लाख रुपए देने होंगे.

दरअसल केंद्र सरकार ने विदेशों में लॉकडाउन की वजह से फंसे लोगों की वापसी का प्लान बनाया है. जिसके तहत 7 दिन में 64 फ्लाइट्स के जरिए भारतीय नागरिकों को वापस लाया जाएगा. बताया गया है कि इन सभी फ्लाइट्स में कुल 14,800 भारतीय लौटेंगे.

ये फ्लाइट्स देश के अलग-अलग शहरों में जाएंगी. जिसके बाद सभी पैसेंजर्स का वहां मेडिकल चेकअप होगा और उन्हें क्वॉरंटीन में रखा जा सकता है. हर फ्लाइट में करीब 200 से लेकर 300 पैसेंजर सफर करेंगे.

भारत सरकार यूएई, सऊदी अरब, यूके, यूएसए, सिंगापुर, बांग्लादेश, कतर, कुवैत सहित अन्य देशों में फंसे भारतीयों को वापस ला रही है. ये सभी लोग एयर इंडिया की फ्लाइट्स में अपने देश लौटेंगे.

भारत सरकार की तरफ से दी गई ताज़ा जानकारी के मुताबिक दोहा और भारत के बीच भी फ्लाइट्स की सुविधा दी गई है. दोहा से भारत के लिए दो फ्लाइट आएंगीं. जिसमें से एक 7 मई को दोहा से कोच्चि और दूसरी 10 मई को दोहा से तिरुवनंतपुरम आएगी.

वहीं डिफेंस प्रवक्ता की तरफ से जारी एक बयान में ये भी बताया गया है कि भारत ने तीन नेवी शिप को यूएई और मालदीव के लिए रवाना किया है. जिनमें कोरोना की वजह से फंसे हुए लोग वापस भारत आएंगे. ये तीनों शिप कोच्चि लौटेंगी.