कोरोना वायरस संकट के बीच उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को लेकर योगी सरकार और कांग्रेस में आरपार की जंग चल रही है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच ट्विटर वॉर जारी है, तो अब यूपी कांग्रेस की ओर से योगी सरकार पर तंज कसा गया है.
ये तंज बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद को लेकर कसा है, जिसमें कहा है कि अगर सोनू यूपी में होते तो योगी सरकार उन्हें जेल भेज देती..
शुक्र मनाइए कि सोनू सूद जी महाराष्ट्र में नेक काम कर हजारों यूपी के लोगों को मदद कर रहे हैं। यूपी में होते तो यूपी सरकार पहले बसों को स्कूटर बोलती, फिर उनकी फिटनेस का अड़ंगा अटकाती और फिर सोनू सूद को जेल में डाल देती।
योगी सरकार नेक कार्य/ सेवा कार्य करने पर जेल भेजती है।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) May 26, 2020
यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से मंगलवार सुबह ट्वीट कर लिखा गया, ‘शुक्र मनाइए कि सोनू सूद जी महाराष्ट्र में नेक काम कर हजारों यूपी के लोगों को मदद कर रहे हैं.
यूपी में होते तो यूपी सरकार पहले बसों को स्कूटर बोलती, फिर उनकी फिटनेस का अड़ंगा अटकाती और फिर सोनू सूद को जेल में डाल देती. योगी सरकार नेक कार्य/ सेवा कार्य करने पर जेल भेजती है.’
दरअसल, प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से यूपी बॉर्डर पर फंसे मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए एक हजार बसों का प्रबंध किया गया, लेकिन यूपी सरकार के साथ लंबी चर्चा के बाद इनका इस्तेमाल नहीं हो पाया. और बसें खाली ही वापस चली गईं. तभी से यूपी कांग्रेस और यूपी सरकार में आर-पार की जंग जारी है.
इस दौरान आगरा में यूपी पुलिस ने यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू को हिरासत में लिया और अब वह न्यायिक हिरासत में हैं. यही कारण है कि कांग्रेस योगी सरकार पर हमलावर है.
बीते दिनों प्रियंका गांधी की ओर से एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा गया और टेस्टिंग पर सवाल खड़े किए गए. प्रियंका ने योगी के उस बयान को निशाने पर लिया, जिसमें यूपी सीएम ने कहा था कि महाराष्ट्र-दिल्ली से आने वाले अधिकतर मजदूरों में कोरोना का संक्रमण है.
वहीं, अगर बात सोनू सूद की करें तो बॉलीवुड अभिनेता इन दिनों प्रवासी मजदूरों की मदद कर काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. महाराष्ट्र के कई इलाकों से बीते दिनों प्राइवेट बसों में हजारों मजदूरों को सोनू सूद उनके घर भेज चुके हैं, वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और लोगों की मदद कर रहे हैं. सोनू सूद के मुताबिक, अब वह रोज करीब एक-दो हजार मजदूरों को घर भेज पा रहे हैं.