यूपी में PM मोदी की अन्न योजना पर आने लगे ऐसे कमेंट, बोले- बात 15 लाख से शुरू हुई और 2 किलो गेहूं…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बताया कि पीएम गरीब कल्याण योजना महोत्सव के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में गरीबों को अन्न वितरण किया जाएगा। पीएम मोदी ने खुद वर्चुअल माध्यम से महोत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली से भेजे गए हर अन्न का दाना आज लाभार्थियों की थाली तक पहुंच रहा है।

अपने इस वर्चुअल कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 5 अगस्त को विशेष कार्यक्रम व उपलब्धियों की तुलना में अन्न महोत्सव को खास बताया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि, ‘ अन्न महोत्सव देश नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। बीते वर्ष यह कार्यक्रम अगस्त से नवंबर के बीच में हुआ था वह इस वर्ष 3 मई से कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वहीं वाटर प्रूफ बैग भी अन्न के लिए दिया जा रहा है।’ पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना पर लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

एक ट्विटर अकाउंट से कमेंट किया गया कि 15 लाख से शुरू हुए 3 किलो गेहूं 2 किलो चावल पर आ गए. चिंता ना करें क’टोरा भी जल्द मिलेगा राष्ट्रीय लोकदल प्रशांत कौनिजिया ने इस खबर पर प्रतिक्रिया कि इन देश की जनता अपने मेहमान को खाये बेगैर नहीं जाने देती थी आज उसे 2 किलो चावल 3 किलो गेंहु लेने वाला नागरिक बना दिया गया? यही है विकास? निखिल नाम के यूजर लिखते है कि हर चीज़ का एक ही जवाब है – 2 रुपए किलो गेहूं, 3 रुपए किलो चावल. कुछ बड़ा हो तो पांच किलो चावल मुफ्त. इतने में ही आपकी खामोशी खरीद ली गई है।

@vikrantiert ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि प्रधान जी खुद बता रहे हैं कि टोटल सवा 6 करोड़ की आबादी वाले गुजरात में 3.5 करोड़ लोग गरीब आबादी को मिलने वाले मुफ्त 2 किलो गेंहू और 3 किलो चावल पर गुजर बसर कर रहे हैं। जबकि पिछले 25 सालों से वहां लगातार BJP की सरकार है।

एक ट्विटर अकाउंट से कमेंट किया गया कि यूपी की आबादी 23 करोड़ है और 15 करोड़ मुफ़्त अनाज पर आश्रित हैं। प्रदेश की ग़रीबी का हाल देखिए कि सरकार अनाज एक झोले में दे रही है। उस झोले के बारे में भी अलग से विज्ञापन में बताया गया है कि 25 किलोग्राम भारत क्षमता वाले थैलों के साथ राशन का वितरण होगा। क्या यूपी में इतनी ग़रीबी है कि एक झोला भी हीरे की तरह दिया जा रहा है? इस झोले पर प्रधानमंत्री की तस्वीर छपी है ताकि लोगों को ग़रीबी याद रहे और मोदी भी।