शिवराज कैबिनेट विस्तार पर ना’खुश उमा भारती, बोली मेरी एक भी सिफारिश नहीं मानी इसलिए अब हो ……

शिवराज कैबिनेट में गुरुवार को कुल 28 नेताओं को मंत्री पद की शपथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिलाई. शिवराज सरकार में अब सिंधिया खेमे के 14 मंत्री हो गए हैं. इस तरह से शिवराज कैबिनेट में सिंधिया समर्थकों का द’बद’बा साफ नजर आ रहा है. शायद यही वजह है कि मंत्रिमंडल विस्तार के कुछ घंटों बाद ही पार्टी में वि’रो’ध के सु’र मु’खर होने लगे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री सुहास भगत और बीजेपी एमपी के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे को अपनी ना’रा’जगी जा’हिर करते हुए एक चिट्ठी लिखी है. उमा भारती ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी सिफा’रि’शों को पूरी तरह से न’जर’अंदाज कर दिया गया और इसी वजह से मंत्रि’यों की सूची में सं’शोधन किया जाना चाहिए.

उमा भारती ने अपनी चिट्ठी में साफ-साफ लिखा है, “मुझे पी’ड़ा हुई क्योंकि कैबिनेट विस्तार के बारे में मेरे सभी सु’झावों को पूरी तरह से नजर’अं’दाज कर दिया गया.

उमा भारती ने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा है, “मैं हिं’दु’त्व के लिए छह साल की उम्र से स’क्रिय हूं, लेकिन मैंने पार्टी को एक महिला, ओबीसी और लोधी के रूप में अपनी स्थि’ति का उपयोग करने की अनुमति दी. 27 से 55 वर्ष की आयु में पार्टी ने मुझे विभि’न्न पद दिए, जिसके लिए मैं आभारी हूं.”

चिट्ठी में उमा भारती ने आगे लिखा, “मेरे सु’झावों को नज’र’अं’दाज कर दिया गया. मुझे खुशी है कि कांग्रेस ध्व’स्त हो गई है और सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं, लेकिन जहां तक ​​मंत्रिमंडल विस्तार का स’वा’ल है मेरे सभी सुझावों को पूरी तरह से नजर’अंदाज कर दिया गया.”

मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती प्रदेश मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर ना’खुश हैं. उन्होंने मध्यप्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा और विनय सहस्त्रबुद्धे को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि उनके सहयोगियों को मंत्रिमंडल में तव’ज्जो नहीं दी गई. उमा भारती ने मंत्रिमंडल में जा’तीय संतु’लन को लेकर भी सवा’ल उठाए हैं.