संयुक्त अरब अमीरात की प्रिंसेस हेंद अल कासिमी सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं । प्रिंसेस हेंद कोरोना संकट के बीच भारत में कथित रूप से मुसलमानों के खिला’फ बढ़ रही नफरत के खिलाफ अभियान चला रही हैं। प्रिंसेस सोशल मीडिया पर लगातार ट्वीट करके वार और पलटवार कर रही हैं।
इस बीच शुक्रवार को गाय को लेकर भारत पर हमला करना उनको महंगा पड़ गया और उन्हें सफाई देनी पड़ी। राजकुमारी ने अमेरिका में कुत्ते को लेकर लोगों के बर्ताव के बहाने भारत पर निशाना साधा। हेंद अल कासिमी ने कहा, ‘भारत में लोग इंसान से ज्यादा गाय के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।’
लोगों ने की कार्रवाई की मांग
I never criticized your worship of cows. I stated a fact. Cows are worshipped as Gods, Hinduism teaches peace, but a new group of violent political group of people are abusing Minorities.
That is wrong in Hinduism, wrong in Islam, wrong in Christianity and wrong in Judaism.— Hend F Q (@LadyVelvet_HFQ) May 1, 2020
उनके इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर कॉमेंट की बाढ़ आ गई। दिनेश नाम के यूजर ने लिखा, ‘भारत और हिंदुओं के खिलाफ जिस तरह का ज’हर आप पिछले कुछ सप्ताह में खाड़ी देशों में फैला रही हो, यह लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है। मैं यूएई के किंग से अपील करता हूं कि वह इस घृणा फैलाने वाली महिला के खिलाफ ऐक्शन लें।’ एक अन्य यूजर कुमार पवन ने लिखा, ‘कौन हमारे देश के बारे कह रहा है? आप केवल अपने लोगों और देश का ध्यान रखिए। हम भारत में शांति के साथ रह रहे हैं। केवल कुछ घटनाओं को पूरे देश के हालात नहीं बताया जा सकता है।’
प्रिंसेस ने कहा: ‘हिंदू धर्म शांति का पाठ पढ़ाता है’
India is like a mother. She never turns away her children. She loves all her children equally.
Can we as people on this earth agree that the killing of our neighbor is never the answer to our problem.— Hend F Q (@LadyVelvet_HFQ) April 30, 2020
हालांकि कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने राजकुमारी के बयान का समर्थन किया। बढ़ते विवाद को राजकुमारी को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने सफाई दी। प्रिंसेस हेंद अल कासिमी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने कभी गाय के पूजा की आलोचना नहीं की। मैंने एक तथ्य रखा था। गाय की एक देवता की तरह से पूजा होती है और हिंदू धर्म शांति का पाठ पढ़ाता है। लेकिन लोगों का एक नया हिंसात्मक राजनीतिक समूह अल्पसंख्यकों को गाली दे रहा है। यह हिंदू धर्म, इस्लाम, यहूदी और ईसाई धर्म में गलत है।’