अमेरिकी प्रेजिडेंट ट्रंप ने मुस्लिम वैज्ञानिक को सौंपी कोरोना वैक्सीन निर्माण की कमान

कोरोना वैक्सीन की खोज के लिए फास्ट ट्रैक प्रोग्राम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बदलाव किया है. उन्होंने मोरक्को मूल के मुनसिफ़ मोहम्मद अलसलावी पर भरोसा जताते हुए फास्ट ट्रैक प्रोग्राम का प्रमुख नियुक्त किया है. उनकी नियुक्ति पर ट्रंप ने मोरक्को मूल के अमेरिकी डॉक्टर की शान में कसीदे पढ़े.

मोरक्को मूल के डॉक्टर ‘ऑपरेशन रैप स्पीड’ में

अमेरिका में कोरोना वैक्सीन तलाश करने के लिए फास्ट ट्रैक प्रोग्राम की अगुवाई मुनसिफ सलाउ करेंगे. मुनसिफ सलाउ कोविड-19 वैक्सीन को तैयार करने वाले समूह का नेतृत्व करेंगे. उन्हें ‘ऑपरेशन रैप स्पीड’ का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है. ट्रंप ने मुनसिफ की शान में कसीदे पढ़ते हुए उन्हें दुनिया का मशहूर इम्यूनोलोजिस्ट बताया.

कोरोना वैक्सीन फास्ट ट्रैक प्रोग्राम प्रमुख के लिए कई अन्य दावेदार भी थे. मगर सलाउ मुनसिफ सलाउ के अनुभव और मेडिकल क्षेत्र में दक्षता को देखते हुए उनके नाम पर मुहर लगी. फास्ट ट्रैक प्रोग्राम प्रमुख पद के लिए सलाउ के अलावा दो अन्य विशेषज्ञ उम्मीदवार कतार में थे.

कोरोना वैक्सीन की खोज में टीम की करेंगे अगुवाई

सलाउ के मुकाबले अल्जेरिया के विशेषज्ञ के नाम पर विचार किया जा रहा था जबकि दूसरे उम्मीदवार के लिए अमेरिकी विशेषज्ञ मैदान में थे. अमेरिका में मेडिकल क्षेत्र की सबसे बड़े पद पर पहुंचनेवाले सलाउ दुनिया भर में कई संस्थानों के लिए काम कर चुके हैं.

उन्होंने कतर फाउंडेशन, अमेरिकी स्वास्थ्य संस्थान, बॉयोटेक्नोलोजी इंडस्ट्री और अंतरराष्ट्रीय एड्स वैक्सीन मुहिम को भी अपनी सेवा दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रतिरक्षा और वैक्सीन विज्ञान में उनके किए गए योगदान को सराहा है.

रिक ब्राइट को पद से हटाने के बाद ट्रम्प प्रशासन ने मुनसिफ़ सलावी को यह पद दिया है। ब्राइट ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा को कोविड-19 के बीमारों पर प्रयोग करने के ट्रम्प के सुझाव का विरोध किया था जिसकी वजह से उन्हें ट्रम्प ने पद से हटा दिया था।

इसके बाद ट्रम्प प्रशासन ने कोरोना वायरस के वैक्सीन पर काम करने वाली सरकारी संस्था के लिए अत्यधिक सक्षम वैज्ञानिक की खोज शुरू कर दी थी और इसके लिए ऐसा व्यक्ति चाहिए था जो स्वास्थ्य विज्ञान के साथ ही मैनेजमेंट में भी दक्षता रखता हो। इस तरह डाक्टर मुनसिफ़ अलसलावी का चयन किया गया जो वायरोलोजी के वैज्ञानिक हैं और वैक्सीन पर काम करने वाली कई संस्थाओं के मैनेजिंग बोर्ड के सदस्य हैं।

सलाउ का काम नवंबर तक कोविड-19 वैक्सीन की सैकड़ों मीलियन डोज को तैयार करना होगा. मुनसिफ सलाउ अबतक 100 मेडिकल पत्रिकाओं में लेख लिखकर सुर्खियां बटोर चुके हैं.

अलसलावी का जन्म मोरक्को के अग़ादीर शहर में हुआ। इनका पूरा नाम मुनसिफ़ मोहम्मद अलसलावी  है। वह 17 साल की उम्र में शिक्षा के लिए बेल्जियम चले गए वहां उन्होंने बायोलोजी में डाक्ट्रेट किया। इसके बाद अलसलावी ने मैसाचूसेट्स की हार्वर्ड युनिवर्सिटी और टाफ़्ट्स युनिवर्सिटी में रहते हुए अपनी शिक्षा और अपना शोध पूरा किया।