ये हैं तेजस्वी राणा। आईएएस अफसर हैं। इन दिनों सुर्खियों में हैं। वजह है राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में बेंगू विधायक राजेन्द्र सिंह विधूड़ी की गाड़ी का चालान कटवाने और फिर इनका तबादला हो जाना है। आईए जानते हैं कौन आईएएस अधिकारी तेजस्वी राणा।
हरियाणा की बेटी हैं तेजस्वी राणा तेजस्वी राणा
हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. कुलदीप राणा और डॉ. सुनिता राणा की बेटी हैं। कुरुक्षेत्र के डीएवी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से स्कूलिंग पूरी कर तेजस्वी बीएससी इकोनोमिक्स करने के लिए आईआईटी कानपुर चली गई थीं।
आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद तेजस्वी ने सिविल सर्विसेस में भाग्य आजमाया और पहले ही प्रयास में कमाल कर दिखाया। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2016 में देशभर में 12वीं रैंक हासिल की।
चित्तौड़गढ़ एसडीएम रहते की कार्रवाई
बता दें कि कोरोना वायरस राजस्थान के 25 जिलों में फैल चुका है। चित्तौड़गढ़ अभी कोरोना से अछूता है। यहां प्रशासन लॉकडाउन के नियमों की सख्ती से पालना करवा रहा है। तेजस्वी राणा चित्तौड़गढ़ के उपखंड अधिकारी पद पर कार्यरत थीं।
14 अप्रैल 2020 को बेंगू विधायक राजेन्द्र सिंह विधुड़ी अपने कार्यकर्ता कान सिंह भाटी के साथ उसकी गाड़ी में चित्तौड़गढ़ फोर्ट से सर्किट हाउस लौट रहे थे। गाड़ी को कान सिंह ही चला रहे थे। रास्ते में अप्सरा चौराहे पर पुलिस अधिकारियों के साथ तैनात एसडीएम तेजस्वी राणा ने कार को रुकवाया और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने को कहा। ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिलने पर जुर्माना लगाया और पुलिस से गाड़ी का चालान कटवा दिया।
पास फाड़ने का आरोप, अगले दिन तबादला
विधायक की गाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने वाले दिन ही राणा चित्तौड़गढ़ सब्जी मंडी पहुंची थीं। यहां पर सोशल डेस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन होता देख व्यापारियों को डांट-फटकार लगाई तथा व्यापारियों ने जब पास दिखाए तो राणा ने उनके पास फाड़ दिए थे।
अगले दिन इनका तबादला संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेल्थ इंश्योरेंस एजेंसी जयपुर के पद पर कर दिया था। माना जा रहा है कि इन घटनाओं की वजह से तेजस्वी राणा का तबादला किया गया है। हालांकि विधायक बिधूड़ी का कहना है कि उनका तबादले में कोई हाथ नहीं है।
पिता बोले बेटी पर गर्व
तेजस्वी राणा के तबादले पर उनके पिता डॉ. कुलदीप राणा ने कहा कि उनको अपनी बेटी पर गर्व है। तेजस्वी के पिता बताते हैं कि उनकी बेटी बहुत निडर है। वह हर काम को पूरी ईमानदारी से पूरा करती आई है और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझकर ही कोई भी कदम उठाती है। कुलदीप राणा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग में शिक्षक हैं और उनकी पत्नी डॉ. सरिता राणा भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
विधायक बोले, ट्रांसफर का कारण नहीं पता
बिधूड़ी ने कहा कि वह एक पार्टी कार्यकर्ता के वाहन में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए जा रहे थे। रास्ते में अधिकारी और डीएसपी ने उनके वाहन को रोका और ड्राइवर से ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने को कहा। उन्होंने कहा कि उस समय उनके ड्राइवर के पास लाइसेंस नहीं था। विधायक ने दावा किया कि उन्होंने जुर्माना भर दिया और दोनों अधिकारियों ने उनके साथ बहुत ही विनम्रता से बात की। विधायक ने कहा कि मुझे ट्रांसफर का कारण नहीं पता है।