भारत में को’रोना वा’यरस के 49 हजार से ज्यादा मामलों की पुष्टी हो चुकी है। पूरा देश लॉकडाउन है। हालांकि, लॉकडाउन के तीसरे चरण में जनता को छूट मिली हैं। लेकिन अब भी कई इलाकों में लोग जरूरी चीजों के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
ऐसे ही लोगों की मदद के लिए काम कर रही हैं सीतक्का। वह कंधे और सिर पर राशन लादकर पथरीले रास्तों से होकर लोगों तक पहुंच रही हैं। सोशल मीडिया पर जनता उनके जज्बे को सलाम कर रही है। बता दें, सीतक्का तेलंगाना के मुलुगु की विधायक हैं।
Doesn’t the video look like that of a migrant worker waking to her village? But it isn’t! This is an MLA carrying essentials in the hot sun and rocky path to far flung tribal villages. Seethakka has been doing this for about 39days now. Spellbound by her dedication @seethakkaMLA pic.twitter.com/PPWfgccL6K
— Revathi (@revathitweets) May 3, 2020
यह वीडियो ट्विटर यूजर @revathitweets ने शेयर किया। उन्होंने लिखा, ‘क्या ऐसा नहीं लग रहा कि एक प्रवासी मजदूर अपने गांव जा रहा है? लेकिन ऐसा नहीं है! वह एक एमएलए हैं, जो तपती दुपहरी में पथरीले रास्ते पर राशन लेकर चल रही हैं ताकि जरूरतमंदों तक उसे पहुंचा सकें। सीतक्का यह काम बीते 39 दिनों से कर रही हैं। उनके जज्बे को सलाम है!
.@seethakkaMLA (in green sari) in one of the interior villages , Ponugolu, in her constituency. Going the extra mile to reach rations to the needy. Some Public servants stepping up! pic.twitter.com/REBTul2u8c
— Nistula Hebbar (@nistula) May 3, 2020
ट्विटर यूजर @nistula ने लिखा, ‘विधायक सीतक्का (हरी साड़ी में), अपने निर्वाचन क्षेत्र के एक गांव में। वह जरुरतमंदों तक खुद राशन पहुंचा रही हैं। कुछ पब्लिक सर्वेंट आगे बढ़ रहे हैं!’
विधायक सीतक्का ने भी एक वीडियो ट्वीट किया, जिसके कैप्शन में लिखा, ‘लोगों की मदद के लिए बाइक और पैदल 16 किलोमीटर का सफर तय किया। चावल, सब्जी और तेल आदि बांटने का 39वां दिन।’ दो बार विधायक रह चुकी सीतक्का 48 साल की हैं। बता दें, मुलुगु तेलंगाना में लगभग 600 गांवों के साथ सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है, जिनमें से अधिकांश वन और जनजातीय क्षेत्रों में हैं।