ट्विटर प्रोफाइल से भाजपा हटाने को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिया ये जवाब

भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के टि्वटर हैंडल से BJP का नाम ह’टाने को लेकर मध्य प्रदेश की सिया’सत गर्मा गई है. आज सुबह से ही सिंधिया के टि्वटर हैंडल को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म था.

हालांकि सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने के बाद अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर बीजेपी के नाम का जिक्र कभी नहीं किया. लेकिन उनके टि्वटर हैंडल के स्क्रीन शॉट्स के साथ आज सुबह से ऐसी खबरें चल रही थीं कि उन्होंने बीजेपी का नाम हटा लिया है.

इन सबके बीच सिंधिया ने इन अफ’वाहों का खं’डन करते हुए ट्वीट किया है. सिंधिया ने अपने ट्वीट में ऐसी खबरों को झूठी करा’र दिया है. साथ ही कहा है कि सत्य के मुका’बले झूठी खबरें ज्या’दा तेजी से फैलती हैं.

ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर हैंडल का नवंबर 2019 का वो स्क्रीनशॉट है, जिससे साबित होता है कि सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बदलने वाली वा’यरल हो रही खबर झू’ठी है. यह मामला इतना बढ़ गया कि खुद ज्योतिरादित्य को लिखना पड़ा कि यह दुखद है कि गल’त खबर, सही खबर से ज्यादा तेज दौड़ती है.

24 नवंबर 2019 को भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर प्रोफाइल पर ‘Public Servant’ और ‘ Cricket Enthusiast’ ही लिखा था और अभी वा’यरल हो रहे स्क्री’नशॉट में भी सिंधिया की ट्विटर प्रोफाइल पर ‘Public Servant’ और ‘ Cricket Enthusiast’ ही लिखा है. इससे इतना सा’फ हो जाता है कि ज्योतिरादित्य ने अपना बायो नहीं बदला है.

सिंधिया के ट्विटर प्रोफाइल का जो स्क्रीनशॉट है, उसमें लिखे एक ट्वीट से भी इस बात की पुष्टि होती है कि सिंधिया ने ट्विटर पर अपना बायो नहीं बदला है.

दरअसल, 24 नवंबर 2019 को ही मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का नि’धन हुआ था. उस दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर उनको श्रद्धां’जलि देते हुए लिखा था कि ‘मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी जी के नि’धन की खबर दुःखद है. परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आ’त्मा को शांति प्रदान करें.’

24 नवंबर 2019 को सिंधिया के फॉलोवर्स की संख्या 1.9 मिलियन थी और अभी उनके फॉलोवर्स की संख्या 3 मिलियन है.