सरकार और किसान सं’गठनों के बीच सातवें दौर की बैठक ख’त्म हो गई. दोनों पक्षों के बीच तीन घंटे तक चली ये बैठक बेनतीजा रही. अब अगले दौर की बैठक 8 जनवरी को होगी. किसान सं’गठनों (Farmer Organization) के प्रतिनिधि कानू’नों को निरस्त करने की मांग पर कायम हैं.
हालांकि सरकार की ओर से कहा गया है कि वह कानू’नों को वापस नहीं लेगी पर वह संशोधन के लिए तैयार है. सूत्रों ने बताया कि करीब एक घंटे तक चली बैठक के बाद दोनों पक्षों ने भोजनावकाश लिया. उन्होंने बताया कि सरकार इन कानू’नों को निरस्त नहीं करने के रूख पर कायम है और समझा जाता है कि उसने इस विषय पर विचार के लिये समिति गठित करने का सुझाव दिया है.
बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम चाहते हैं कि किसान सं’गठन तीनों कानू’नों पर चर्चा करें. हम किसी समाधान तक नहीं पहुंच सकें क्योंकि किसान सं’गठन कानू’नों को निरस्त करने पर अ’ड़े हैं. भारतीय किसान यूनियन के युद्धवीर सिंह ने कहा कि मंत्री चाहते थे कि हम कानू’न पर बिंदुवार चर्चा करें.
हमने इसे खा’रिज कर दिया और कहा कि चर्चा का कोई मतलब नहीं क्योंकि हम कानू’नों को पूरी तरह से खा’रिज करने की मांग कर रहे हैं. सरकार का हमें संशोधन की ओर ले जाने का इरादा है लेकिन हम इसे नहीं स्वीकारेंगे.
किसान सं’गठन खुद लेकर आए थे भोजन
अनाज की खरीद प्रणाली से जुड़ी न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) की कानू’नी गारंटी देने की किसानों की महत्वपूर्ण मांग पर भी गतिरो’ध कायम है. किसान संगठन के प्रतिनिधि अपने लिये खुद भोजन लेकर आये थे. भोजन अवका’श के दौरान ‘लंगर’ लगा. हालांकि 30 दिसंबर की तरह आज केंद्रीय नेता लंगर में शामिल नहीं हुए और भोजनावकाश के दौरान अलग से चर्चा करते रहे.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य और खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री एवं पंजाब से सांसद सोम प्रकाश ने विज्ञान भवन में 40 किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत शुरू की. सूत्रों ने बताया कि मौजूदा प्रदर्श’न के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के साथ बैठक शुरू हुई.
30 दिसंबर को हुई थी छठे दौर की वार्ता
इससे पहले, सरकार और किसान सं’गठनों के बीच छठे दौर की वार्ता 30 दिसंबर को हुई थी. उस दौरान पराली ज’लाने को अपरा’ध की श्रेणी से बाहर रखने और बिजली पर रियायत जारी रखने की दो मांगों पर सहमति बनी थी.
सूत्रों ने बताया कि तोमर ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और मौजूदा सं’कट के जल्द समाधान के लिए सरकार की रणनीति पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि तोमर ने सिंह के साथ सं’कट का समाधान निकालने के लिए ‘बीच का कोई रास्ता’ निकालने को लेकर सभी मुमकिन विकल्पों पर चर्चा की.