अरब देशों में आलोचना के बीच आरएसएस नेता ने मुसलमानों पर दिया बड़ा बयान

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि मुसलमान भारत का अभिन्न हिस्सा हैं और लॉकडाउन के दौरान संघ के स्वयंसेवकों ने बिना किसी भेदभाव के इनकी सहायता की जिसकी मुस्लिम समुदाय के विभिन्न नेताओं ने सराहना की है.

विदेशी मीडिया के साथ ऑनलाइन माध्यम से संवाद में होसबोले ने आरएसएस के मुस्लिम विरो’धी होने की धारणा को बेबुनियाद और वास्तविकता से दूर बताते हुए खारिज कर दिया.

उन्होंने कहा कि संघ का मुस्लिम नेताओं का साथ सम्पर्क रहा और हमने को’विड-19 के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान नयी दिल्ली में शाहीन बाग सहित भारत भर में अलग अलग क्षेत्रों में लोगों की सहायता की. गौरतलब है कि शाहीन बाग नागरिकता संशोधन कानून के खिला’फ विरो’’ध प्रदर्शन का केंद्र रहा है.

होसबोले ने सरसंघचालक मोहन भागवत की टिप्पणी को दोहराया जिसमें उन्होंने तबलीगी जमात का परोक्ष संदर्भ देते हुए कहा था कि कुछ लोगों की गलती के लिये पूरे समुदाय को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.

भारत ने खारिज किए सभी दावे

होसबोले ने दावा किया, ‘कई मुस्लिम नेताओं ने भागवत जी को पत्र लिखकर उनके इस रूख के लिये धन्यवाद कहा.’ उल्लेखनीय है कि खाड़ी क्षेत्र एवं कुछ देशों में कथित तौर पर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि नई दिल्ली में आयोजित तबली’गी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों में से कई लोगों के को’रोना वा’यरस से संक्रमित पाए जाने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भारत ने हालांकि इसे निहित स्वार्थी तत्वों का दुष्प्रचा’र बताकर खारिज कर दिया है.