भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत के लखनऊ में किसान आंदो’लन की ध’मकी के बाद बीजेपी ने पल’टवार किया है। यूपी बीजेपी ने राकेश टिकैत पर निशा’ना साधते हुए एक कार्टून ट्वीट किया है।
ओ भाई जरा संभल कर जइयो लखनऊ में…#BJP4UP pic.twitter.com/TKwrjaIXYz
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) July 29, 2021
इस कार्टून में किसी का नाम नहीं लिखा गया है लेकिन इसमें इस्तेमाल की गई भाषा से योगी सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी ने कार्टून ट्वीट कर कैप्शन दिया है- ओ भाई जरा संभलकर जाइयो लखनऊ में।
🤣🤣 जिस दिन सत्ता मे न रहे बक्कल नही सब कुछ उतर जाएंगा!!
फिर कभी किसानो का अपमान न करोगे और गन्ना भुगतान भी समय पर करोगे!! pic.twitter.com/pyZEXT0SdD
— किसान (@REALKISHAANN) July 29, 2021
इस कार्टून में राकेश टिकैत वाली छवि जैसे शख्स को दिखाया गया है जिसके कंधे पर किसान आंदो’लन का भा’र है। उनमें एक शख्स कहता है, ‘सुना लखनऊ जा रहे तुम, किमें पंगा न लिए भाई। योगी बैठ्या है बक्कल तार दिया करे और पोस्टर भी लगवा दिया करे।’ इस शख्स पर बाहुबली लिखा है।
‘किसान अपनी कुदाली से बीजेपी को उखा’ड़ फें’केंगा’
यूपी बीजेपी के इस ट्वीट पर जबरदस्त बवाल हो रहा है। यूपी कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने लिखा, ‘दुःखद। किसानों का अप’मान। सत्ता का अहं’कार सर चढ़ चुका है लेकिन यही किसान अपनी कुदाल से बीजेपी को सत्ता से उ’खाड़ फें’केंगा।’
‘क्या कोई यूपी या लखनऊ में प्रदर्शन नहीं कर सकता’
मनुष्य को अपने पुराने वक्त को नहीं भूलना चाहिए ये सत्ता, ये ताकत, ये कुर्सी, हमेशा किसी के साथ नहीं रहा देर सवेर वक्त बदल जाता है
इतना घमंड अहंकार दुनिया की तमाम सुविधाएँ लेने वाला सन्यासी नहीं हो सकता सन्यास का मतलब ही सांसारिक सुख का त्याग है@jayantrld @RakeshTikaitBKU pic.twitter.com/JtEGf5GCqP
— पोनी जाट हरियाणे आला 🇮🇳🚜 (@Poni07Jat) July 29, 2021
सौरभ कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘आपका क्या मतलब है, क्या एक किसान लखनऊ या यूपी में प्रदर्शन नहीं कर सकता, ‘योगी बैठा है…’ आप लोग एक व्यक्ति के विरो’ध करने का अधिका’र छी’नने की कोशिश कर रहे हैं जबकि आप जानते हैं कि किसान बिल किसानों के ही पक्ष में नहीं है। ये किसान बिल सिर्फ निजी संगठनों के मुना’फा कमाने के लिए हैं।’
‘तो अटल, आडवाणी, कल्याण सिंह न होते नेता’
एक यूजर ने लिखा, ‘जिस तरह से कार्टून में दिखाया गया है बीजेपी का किसानों के प्रति यही मान’सिकता है।’ कुमार अजय नाम के यूजर ने लिखा, ‘अगर यही ड’र होता तो आपात काल में कल्याण सिंह, जॉर्ज फर्नांडिस, अटल बिहारी, आडवाणी जी आदि नेता होते ही न। इसलिए ड’रवाइए न बातचीत कीजिए।’
‘यूपी में अरा’जकता के लिए जगह नहीं’
कुछ विरो’ध कर रहे हैं तो कुछ बीजेपी के समर्थन में लिख रहे हैं। समर्थन करने वाले यूजर्स का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अरा’जकता फै’लाने वाले और लोगों को भड़का के गुं’डई करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
क्या कहा था राकेश टिकैत ने?
सोमवार को लखनऊ पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा था कि ‘अब लखनऊ को भी दिल्ली की तरह बनाया जाएगा। जिस तरह दिल्ली में चारों तरफ के रास्ते सील हैं, ऐसे ही यहां के सारे रास्ते किसानों की ओर से सील किए जाएंगे। हम इसकी तैयारी करेंगे।’
उन्होंने बड़े आंदो’लन की चे’तावनी देते हुए कहा था, ‘राकेश टिकैत ने कहा जब तक तीनों कानून वापस नहीं होते, तब तक किसान आंदो’लन वापस नहीं होगा। लखनऊ को भी दिल्ली बना देंगे। लखनऊ के चारों तरफ के रास्तों का भी वही हाल होगा जो दिल्ली में हुआ है।’