महिलाएं आज हर फिल्ड में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं. लेकिन एक वक्त ऐसा भी था महिलाएं की जिंदगी घर की चार दीवारी में सिमट कर रह जाती थी. हालांकि कुछ महिलाओं ने इन रूढ़िवादी सोच को बदला और अपने सपनों को हासिल किया. कुछ ऐसा ही राजस्थान की एक होनहार बेटी ने किया है. ममता चौधरी की संघर्ष की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है.
ममता चौधरी (Mamta Choudhary ) अपने गांव से निकलकर विदेश में नौकरी करने वाली पहली महिला है. वो इस वक्त क्रू मेंबर के तौर पर काम कर रही हैं. उनके संघर्ष की कहानी ने इंटरनेट में लोगों का दिल जीत लिया. ममता राजस्थान के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने गांव की दीवार लांघी और विदेश पहुंच गईं. ममता ऐसे माहौल से आगे जहां लोग महिलाओं के लिए घर और रसोई से आगे नहीं सोचते थे. आज उनकी सफलता हर किसी के लिए इंस्पिरेशन है.
ममता चौधरी राजस्थान के एक ऐसे गांव से हैं जहां महिलाओं से केवल खाना बनाने, और बच्चों को पालने की उम्मीद की जाती थी. जैसे ही उनकी स्कूलिंग पूरी हुई, लोग उनकी शादी की बात करने लगे, लेकिन ममता का सपना कुछ और ही था. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया, ‘मैंने पिताजी से कहा था कि मैं शहर जाना चाहती हूं. वो राजी तो हो गए, लेकिन मुझसे सारा रिश्ता तोड़ लिया. अपने सपनों के लिए ये एक ऐसी कीमत थी जिसे चुकाने के लिए मैं राजी थी’
गांव से निकलकर ममता दिल्ली पहुंची, लेकिन यहां भी उनकी मुश्किल कम नहीं हुई. उन्हें इंग्लिश नहीं आती थी. उनके पहनावे को लेकर भी लोग उन्हें जज करते थे. उन्होंने लगातार इंटरव्यू दिया, मगर सफलता नहीं मिली. फिर उन्होंने खुद को बेहतर किया. 2018 में उन्हें कैबिन क्रू की नौकरी मिली.
ममता ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब नौकरी मिलने की बात बताने उन्होंने अपने घर पर कॉल किया तो किसी का कुछ खास रिसपॉन्स नहीं था. जैसे ही खबर उनके गांव में फैली लोग बोलने लगे ‘नाक कटा देगी’.
पासपोर्ट नहीं होने की वजह से ममता की नौकरी चली गई. इस दौरान उन्होंने काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा. कुछ वक्त के लिए वो अपने घर लौट गईं. इसके बाद फिर वो दिल्ली आई और मॉडलिंग करने लगीं. फिर 2022 में अबू धाबी में केबिन क्रू के तौर पर उन्हें नौकरी मिली. वो अपने गांव से विदेश में नौकरी करने वाली पहली महिला बनीं.
ममता चौधरी रूढ़िवादी सोच को तोड़कर आगे बढ़ी और सफलता हासिल की. आज उन्हें स्कूल और कॉलेजों में लेक्चर के लिए बुलाया जाता है.