वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को राहत पैकेज की आखिरी किश्त का ऐलान किया. इस दौरान उन्होंने पैदल घर जा रहे प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा. उन्होंने राहुल गांधी की उस तस्वीर पर भी सवाल उठाए जिसमें वह सड़क पर बैठकर प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे थे.
उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि मजदूरों के साथ बैठकर, उनसे बात करके उनका समय बर्बाद किया. उन्हें मजदूरों के साथ सामान उठाकर उनके साथ पैदल जाना चाहिए था. जिससे उनकी मदद होती. सड़क किनारे बैठकर बातें करने से केवल मजदूरों का वक्त बर्बाद किया.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात करके उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली थी.
कांग्रेस का पलटवार
मोदीजी-निर्मलाजी,
राहत के मलहम की बजाय घाव पर नमक छिड़कना बंद करें। ये मज़दूर है,मजबूर नही।
मज़दूर की बेबसी आपको ड्रामेबाज़ी लगती है?
नंगे पाँव में पड़े सैंकड़ों छाले ड्रामेबाज़ी दिखते हैं?
भूखे प्यासे चलते जाने की व्यथा ड्रामेबाज़ी है?सवेंदनहीन सरकार मज़दूरों से माफ़ी माँगे। pic.twitter.com/WyEJ7T5WRf
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 17, 2020
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “निर्मला जी, आदरणीय मोदी जी. क्या मजदूर की बेबसी आपको ड्रामेबाजी लगती है? देश के मजदूरों, श्रमिकों और कामगारों का अपमान मत कीजिए.
राहुल जी मजदूरों का दर्द बांटने गए थे! अगर दर्द बांटना अपराध है तो हम यह बार-बार करेंगे! क्या गूंगी बहरी सरकार को मजदूरों की पीड़ा और व्यथा से अवगत करवाना अपराध है? अगर या अपराध है तो कांग्रेस पार्टी यह अपराध बार-बार करेंगे.”
हमें मिलकर काम करना होगा- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘विपक्षी पार्टियों से कहना चाहती हूं कि प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा. सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हाथ जोड़कर सोनिया गांधी जी से कहती हूं कि हमसे बात करें और प्रवासी मजदूरों के प्रति जिम्मेदारी समझें.’