महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना ने कहा है कि लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था की हा’लत खराब है और इस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के राहुल गांधी के साथ बातचीत में 10 करोड़ नौकरियां जाने के दावे को लेकर शिवसेना ने कहा कि इस पर काम किया जाना चाहिए।
शिवसेना ने ये किसी दल का नाम लिए बिना ये भी कहा है कि सभी रा’जनीतिक दलों को सां’प्रदायिक रा’जनीति छोड़ कर अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए।
10 करोड़ हो जाएंगे बेरोजगार
शनिवार को शिवसेना की ओर से कहा गया, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अर्थशास्त्री रघुराम राजन के साथ डिजिटल माध्यम से गुरुवार को बातचीत की थी। राजन ने इस दौरान लॉकडाउन में नौकरियों पर संकट को लेकर हुए सवाल के जवाब में कहा कि आंकड़े बहुत ही चिंतित करने वाले हैं।
सीएमआईई के आंकड़े देखो तो पता चलता है कि कोरोना संकट के कारण करीब 10 करोड़ और लोग बेरोजगार हो जाएंगे। 5 करोड़ लोगों की तो नौकरी जाएगी, करीब 6 करोड़ लोग श्रम बाजार से बाहर हो जाएंगे। आप किसी सर्वे पर सवाल उठा सकते हो, लेकिन हमारे सामने तो यही आंकड़े हैं।
इस पर शिवसेना ने कहा है रघुराम राजन ने भारत में 10 करोड़ लोगों के बेरोजगार होने की बात कही है, यह चिंता का विषय है। उनकी बातचीत से यह स्पष्ट है कि अनिश्चितकाल तक बंद अर्थव्यवस्था के लिए मंहगा साबित होगा। सरकार को तय नियमों के अलावा भी काम करना होगा। निर्णय लेने की शक्ति और अधिकार केवल कुछ लोगों के हाथों तक ही सीमित नहीं रह सकते।
हिन्दू मुसलमान की रा’जनीति को छोड़ना होगा
शिवसेना की ओर से कहा गया है, महाराष्ट्र की 2019-20 की राजस्व आय 3.15 लाख करोड़ रूपये है, वहीं खर्च 3.35 लाख करोड़ रूपए है।बंद के कारण राजस्व घाटा बढ़ेगा और राज्य चलाना मुश्किल हो जाउगा। केंद्र सरकार को सब को साथ ले कर चलना होगा। उसे सब के विचारों पर ध्यान देना होगा और आगे का खाका तैयार करना होगा।
शिवसेना ने किसी दल का नाम लिए बिना कहा, भारत में सभी रा’जनीतिक दलों को भारत-पाकिस्तान, धर्म और जाति की रा’जनीति को छोड़ कर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री को नेतृत्व करना चाहिए और पूरा देश उनके साथ है।
रघुराम राजन ने राहुल गांधी से की है बातचीत
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दुनिया के बड़े अर्थशास्त्रियों में शुमार रघुराम राजन से गुरुवार को बातचीत की थी। राहुल ने राजन से जानना चाहा था कि जो स्थिति लॉकडाउन के चलते बन गई है, उनकी राय में उससे कैसे निकला जाए।
इस पर रघुराम राजन ने कुछ बिन्दुओं की ओर ध्यान दिलाया है। जिसमें सबसे अहम बात जो उन्होंने कही वो ये कि इस वक्त सरकार को गरीबों की मदद करना चाहिए जिसमें सरकार के करीब 65,000 करोड़ रुपए खर्च हो सकते हैं। राजन ने कहा कि को’रोना को हराने के साथ-साथ हमें आम लोगों के रोजगार, रोजी-रोटी के बारे में सोचना होगा, इसके लिए वर्कप्लेस को सुरक्षित करना जरूरी है।
नौकरियां जा रही हैं, उस पर सोचना जरूरी है। वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था को लेकर रघुराम राजन ने कहा कि मुझे लगता है कि ग्लोबल आर्थिक सिस्टम में कुछ गलत है। लोगों के पास नौकरी नहीं है, जिनके पास नौकरी है, उनको आगे की चिंता है, आय का असमान वितरण हो रहा है। अवसरों का सही वितरण करना होगा।