अर्नब गोस्वामी ने अब किसानों को लेकर अपने शो पर किया ये दावा, कहा- आं’दोलन की आड़ में…

केंद्र सरकार के कृषि कानू’नों के खि’लाफ किसान आंदोलन का आज 34वां दिन है। दिल्ली से सटे बार्डर पर किसान लगातार बैठे हुए हैं और इन कानू’नों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अबतक कोई समाधान नहीं निकला है। इसी बीच पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक टीवी के अपने शो “पूछता है भारत” में दा’वा किया है कि ‘टु’कड़े-टुक’ड़े गैं’ग’ और इटली से ट्वीट करने वाले किसानों को गु’मराह कर रहे हैं।

अर्नब ने आरो’प लगाया है कि ये लोग किसान आं’दोलन की आड़ में तो’ड़-फो’ड़ कर रहे हैं। अर्नब ने अपने सो में कहा “किसानों का आं’दोलन अब ख’त्म होने वाला है। कल जब टेबल पर किसान नेता और केंद्र सरकार के मंत्री आमने सामने होंगे तो इसका हल जरूर निकलेगा। सरकार ने किसानों को मनाने का पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। नए साल की शुरुआत से पहले आपको अच्छी खबर मिलेगी। किसानों को सरकार की ओर से सौगात मिलेगी। सरकार की पूरी कोशिश है कि कानू’न पर किसानों की जो भी शं’काए हैं उसे दूर कर दी जाए।”

पत्रकार ने कहा “कल चालीस किसान संगठन सरकार के साथ बैठ कर कृषि कानू’न पर मंथन करेंगे। खुले दिल से बात होगी, बीच में कोई भ्र’म फै’लाने वाला नहीं होगा। इसके बाद कि’सानों के दिल में किसी तरह का कोई सं’देह नहीं रह जाएगा। किसी तरह का तकरा’र नहीं होगा। किसान अपने खेतों में वापस लौट जाएंगे, पर इससे उनलोगों के चेहरे की रंगत उ’ड़ने वाली है जो नहीं चाहते कि सरकार और किसानों के बीच समझौता हो। ये जो गुमराह गैंग है ये अपनी सियासत के लिए किसानों को अबतक भ’ड़काते और भ’टकाते आए हैं। उनके लिए कल का दिन सबसे बु’रा होने वाला है।”

अर्नब ने कहा “कल एक बार फिर वे लोग बे’रोजगार हो जाएंगे। उनके पास कोई काम नहीं बचेगा। विपक्ष और योगेंद्र यादव जैसे लोग लगातार किसानों के बीच जाकर उन्हें गु’मराह करने की कोशिश करते आए हैं, उन्हें कानू’न पर गलत बाते समझाते हैं। आज भी पटना में किसानों के नाम पर एक रैली निकाली गयी थी, उसमें एक भी किसान नहीं था।

सारे लेफ्ट सर्मथक थे, लाल झंडा लेकर सड़क पर उतर गए थे। हंगामा कर रहे थे, उनपर पुलिस को लाठियां चलानी प’ड़ी। पंजाब में बीते तीन दिनों में लगातार मोबाइल के टावर्स तो’ड़े गए हैं। जो लोग ये काम कर रहे हैं उनमें से कोई किसान नहीं है। ये सब सिर्फ किसानों के आं’दोलन की आड़ में तो’ड़फो’ड़ कर रहे हैं।”

अर्नब ने कहा कि मैं इनलोगों से कहना चाहता हूं कि क्यों किसान आं’दोलन को अपनी राजनीति के लिए ब’दनाम करना चाहते हो। ये देश, किसानों को भी पहचानता है, और उनकी आ’ड़ राजनीति करने वालों को भी आप लोगों की पो’ल खुल चुकी है। आप लोगों ने जो भ्र’म का जाल बुना था वो तो अब टू’ट रहा है।

किसान भी अब समझने लगे हैं कि उनका भला किसमें है। उन्हें पता है कि उनके नाम पर राजनीति हो रही है, सभी अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं, इसलिए अब वे भी मोहरा नहीं बनना चाहते, वे भी जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं और सरकार यही कर रही है। किसानों से हर तरह का वि’वाद ख’त्म करना चाहती है।

 

रिपब्लिक टीवी के पत्रकार ने कहा ” सरकार ने साफ कर दिया है कि वो 24 घंटे किसानों के लिए सोचती है। उसके दिल में किसान बसते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो अपने एक्शन से ऐसा करके भी दिखाया भी है। लगातार वो किसानों से संवाद करते रहे हैं। 25 दिसंबर को पूरे देश के किसानों से बात की थी।

उनका सारा दुख द’र्द जाना था। अब आंदोलन ख’त्म करने के लिए भी खुद प्रधानमंत्री केंद्रीय मंत्रियों के संपर्क में हैं, लगातार बातचीत कर रहे हैं। आज गृह मंत्री अमित शाह ने भी कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, और केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ अपने घर पर बैठक की थी। इन बैठकों में ऐसा खाका तैयार किया गया है कि अब कोई वि’वाद ही नहीं रहेगा। पर मुझे पता है कि कुछ ऐसे लोग हैं जो बाज़ नहीं आने वाले, वो किसानों को भ’ड़काते रहने की कोशिश करते रहेंगे, पर ऐसे लोगों के इरादे हमें कु’चलने होंगे।”