कृषि बिलों के खिला’फ पंजाब में फिर से प्र’दर्शन तेज, 41 ट्रेनें करनी पड़ी रद्द

केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिला’फ पंजाब में किसानों का प्रद’र्शन तेज होता जा रहा है। किसानों के प्र’दर्शन की वजह से रेलवे और एनएचएआई को करोड़ों रुपए का नु’कसान हो चुका है। इन प्रदर्शन के चलते रेलवे को दर्जनों ट्रेनों को र’द्द करना पड़ा है। गुरुवार को उत्तर रेलवे ने बताया कि पंजाब में किसानों के प्र’दर्शन की वजह से 30 ट्रेनों को र’द्द करना पड़ा है। इसके अलावा छूटी दूरी की 11 ट्रेनों को भी र’द्द किया गया है।

किसानों के प्र’दर्शन की वजह से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को पंजाब में टोल प्लाजा पर अब तक 150 करोड़ रुपए के राजस्व का नु’कसान हो चुका है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। बता दें कि राज्य में किसान तीन केंद्रीय का’नूनों के खिला’फ प्र’दर्शन कर रहे हैं, और वे एक अक्टूबर से टोल प्लाजा पर ध’रना दे रहे हैं।

प्र’दर्शनकारी किसान टोल संग्रह अधिकारियों को यात्रियों से टोल शुल्क नहीं लेने दे रहे हैं। किसान द’बाव बनाकर वाहनों को बिना टोल दिए जाने दे रहे हैं। पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 25 टोल प्लाजा हैं। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (चंडीगढ़) आर पी सिंह ने कहा, ‘पंजाब के सभी टोल प्लाजा से प्रतिदिन लगभग तीन करोड़ रुपये का नु’कसान हो रहा है।’

उन्होंने कहा कि किसान करीब 50 दिनों से टोल प्लाजा पर प्र’दर्शन कर रहे हैं और इस तरह करीब 150 करोड़ रुपए का नु’कसान हो चुका है। अधिकारी ने कहा कि एनएचएआई ने टोल प्लाजा पर किसानों के विरो’ध के मुद्दे पर पंजाब के मुख्य सचिव के साथ बातचीत की है। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर किसानों के प्र’दर्शन के कारण राजस्व हानि के कारण राज्य में आगामी सड़क परियोजनाओं पर भी वि’परीत असर पड़ सकता है।

पंजाब में किसान केंद्र द्वारा बनाए गए तीन कानू’नों का विरो’ध कर रहे हैं, जिसके बारे में उन्होंने आशं’का व्यक्त की है कि इनसे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को नु’कसान पहुंच सकता है और उन्हें बड़े कॉरपोरेट की द’या पर नि’र्भर रहना होगा।