कृषि कानू’नों को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हम’लावर है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वांड्रा ने किसानों के पक्ष में एक बार ट्वीट किया है. एक वीडियो शेयर करते हुए प्रियंका गांधी ने पूछा है कि किसान कानू’न बिना किसानों से बात किए कैसे बन सकते हैं?
प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा, “नाम किसान कानू’न. लेकिन सारा फायदा अरबपति मित्रों का. किसान कानू’न बिना किसानों से बात किए कैसे बन सकते हैं? उनमें किसानों के हितों की अनदेखी कैसे की जा सकती है? सरकार को किसानों की बात सुननी होगी. आइए मिलकर किसानों के समर्थन में आवाज उठाएं.”
राहुल गांधी ने भी वही वीडियो शेयर करते हुए लोगों से किसानों के पक्ष में आवाज उठाने की गुजारिश की है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, “मोदी सरकार ने किसान पर अ’त्याचार किए- पहले काले क़ानू’न फिर चलाए डं’डे लेकिन वो भूल गए कि जब किसान आवाज उठाता है तो उसकी आवाज पूरे देश में गूंजती है. किसान भाई-बहनों के साथ हो रहे शोषण के खि’लाफ आप भी #SpeakUpForFarmers अभियान के माध्यम से जुड़िए.”
वीडियो में भी देश के अन्नदाता किसानों के लिए आवाज उठाने की बात कही गई है. वीडियो में कहा गया है, “कभी सोचा आपने किसान कौन है? कौन है जिनकी आ’त्मह’त्या की खबर से अखबार की स्याही ला’ल हो जाती है? कभी सोचा आपने कि इस ठं’ड में सैकड़ों किमी दूर से दिल्ली की ओर आते ह’ड्डियां गला देने वाली इस ठं’’ड में पानी की बौ’छारों की प्रवाह न करने वाले ये लोग कौन हैं?
किस मिट्ठी के बने हैं ये लोग? अगर अबतक नहीं सोचा, तो अब सोच लें. क्योंकि यही वो लोग हैं, जिनकी वजह से हमारी और आपकी भूख शांत होती हैं. किसान हमारा पेट भर रहा है. हमें भी अपना काम करना चाहिए. हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अगर हमारा अन्नदाता मु’श्किल में है तो हम उसके लिए आवाज उठाए.”
नाम किसान कानून
लेकिन सारा फायदा अरबपति मित्रों काकिसान कानून बिना किसानों से बात किए कैसे बन सकते हैं? उनमें किसानों के हितों की अनदेखी कैसे की जा सकती है?
सरकार को किसानों की बात सुननी होगी। आइए मिलकर किसानों के समर्थन में आवाज उठाएं।#SpeakUpForFarmers pic.twitter.com/av8i7jhUpt
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 30, 2020
केंद्र ने किसानों से कहा- ‘कृषि कानू’न पर गल’तफहमी ना रखें’
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किसानों से ट्वीट कर कहा, ‘कृषि कानू’न पर गलतफहमी ना रखें. पंजाब के किसानों ने पिछले साल से ज्यादा धान मंडी में बेचा और ज़्यादा MSP पर बेचा. MSP भी जीवित है और मंडी भी जीवित है और सरकारी खरीद भी हो रही है.’
वहीं केंद्रीय कानू’न मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मंडी ख’त्म न होने की बात दोहराई है. उन्होंने कहा, “नए कृषि कानू’न APMC मंडियों को समाप्त नहीं करते हैं. मंडियां पहले की तरह ही चलती रहेंगी. नए कानू’न ने किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आज़ादी दी है. जो भी किसानों को सबसे अच्छा दाम देगा वो फसल खरीद पायेगा चाहे वो मंडी में हो या मंडी के बाहर.”