भूमि पूजन पर प्रियंका गाँधी के बयान से ब’वाल, जाने क्या है इसके मायने

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले कांग्रेस की ओर से कई तरह के ब’यान सामने आए. पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शुभ मुहूर्त पर सवा’ल उठाए और फिर कमलनाथ की ओर से खुलकर स्वागत किया गया.

लेकिन मंगलवार को प्रियंका गांधी वाड्रा ने बयान जारी कर भूमि पूजन के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि राम सबमें हैं. ऐसा लंबे वक्त बाद हुआ है जब गांधी परिवार के किसी सदस्य ने खुलकर राम मंदिर पर बयान दिया हो, ऐसे में प्रियंका के इस बयान के क्या मायने हैं. एक नज़र डालिए…

  • राम मंदिर पर कांग्रेस द्वारा जारी बयान उसकी रणनीति में एक तरह का बदलाव है. अन्यथा कांग्रेस हमेशा सेक्युलर लाइन पर चलती आई है और खुलकर हि’न्दु’त्व ए’जें’डे को नहीं स्वीकारती है.
  • कई दशकों के बाद गांधी परिवार के किसी सदस्य ने राम मंदिर पर खुलकर बयान दिया है. वरना इससे पहले हर बार को’र्ट में मा’मला होने के कारण टाल दिया जाता था.
  • कांग्रेस ने कुछ वक्त से रुख बदलने की कोशिश की है. एक ओर राहुल गांधी की छवि शि’वभक्त के तौर पर सामने आई है, तो प्रियंका गांधी की ओर से खुद को अब रामभक्त की तरह प्रोजेक्ट किया जा रहा है. ऐसे में खुलकर सॉफ्ट हि’न्दु’त्व का संदेश देना पार्टी के भीतर ही नई बह’स छे’ड़ सकता है.

  • राम मंदिर का मु’द्दा उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासा मायने रखता है. हर चुनाव और किसी अन्य मौके पर इसका जिक्र होता रहा है, ऐसे में प्रियंका यूपी में एक्टिव हैं और उन्होंने ऐसे मु’द्दे पर बयान दिया है जो यूपी से होते हुए देश की राजनीति ग’र्मा’ता है.

आपको बता दें कि इससे पहले जब गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने मंदिर-मंदिर जाना शुरू किया था या फिर प्रियंका ने महासचिव पद संभालने के बाद यूपी के अलग-अलग मंदिरों का दौरा किया था. तब भी कांग्रेस के सॉफ्ट हिं’दु’त्व रुख की बातें की जा रही थीं और पार्टी की रणनीति में एक शिफ्ट बताया जा रहा था.

हालांकि, अब प्रियंका गांधी का बयान ऐसे मौके पर आया जब कांग्रेस में भूमि पूजन को लेकर अलग-अलग तरह के बयान आ रहे थे. ऐसे में अगर गांधी परिवार के सदस्य की ओर से बयान आता है तो कांग्रेस की ओर से अब एक ही रुख में बयान दिख सकते हैं.