कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर हम’ला बोला। राहुल गांधी ने किसानों के प्रदर्श’न को लेकर कहा कि उन्हें मालूम है कि किसान पीछे ह’टेंगे नहीं। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री का ये कहना कि कानू’नों को 2 साल तक टा’ले जाने का प्रस्ताव अभी भी किसानों के पास है।
इसका क्या मतलब है? या तो आप मानते हैं कि आपको कानू’नों की जरूरत नहीं है या आप कानू’न वापिस नहीं लेना चाहते हैं। मुझे लगता है कि इस मु’द्दे का समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। किसान कहीं जाने वाले नहीं इसलिए सरकार को किसानों की सुननी चाहिए।
राहुल ने कहा कि दिल्ली को किसानों ने घे’रा हुआ है। किसानों की वजह से ही देश के लोग जिं’दा हैं। दिल्ली को एक किले में क्यों तबदील कर दिया गया है? हम उनको ध’मका क्यों रहे हैं, पी’ट क्यों रहे हैं, मा’र क्यों रहे हैं? क्यों सरकार उनसे बातचीत नहीं कर रही है और समस्या का समाधान नहीं कर रही है? ये समस्या देश के लिए अच्छी नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा कि आप निजीकरण की बात करते हो इससे किस को फायदा होगा। सरकार को जरूरत है कि वह अपने देश के लोगों के हाथ में पैसा दे। क्योंकि अगर हमें अपनी अर्थव्यवस्था को दोबारा से ख’ड़ा करना है तो ऐसा करना जरूरी है। स’प्लाई साइड की तरफ से ये मुमकिन नहीं है।
राहुल ने बजट पर कहा, ”मैं उम्मीद कर रहा था कि बजट में सरकार देश के 99 प्रतिशत लोगों को सपोर्ट करेगी। लेकिन ये बजट देश की एक प्रतिशत आबादी के लिए था। आपने छोटे मझोले धं’धों,कामगारों, किसानों से पैसा लेकर 5-10 लोगों को दे दिया।”
राहुल गांधी ने कहा कि चीन भारत में आता है और हमारी जमीन पर क’ब्जा कर लेता है। आपने उन्हें क्या कहा कि क्या हम अपना रक्षा बजट नहीं बढ़ाने वाले हैं। आपने चीन से क्या कहा कि आप भारत में आओ और जो मर्जी करो, हम अपने जवानों को सपोर्ट नहीं करेंगे ?
आज इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर इशारों-इशारों में मोदी सरकार पर नि’शाना साधा। राहुल गांधी ने ट्विटर पर सवाल किया कि दुनिया के अधिकतर ताना’शाहों के नाम अंग्रेजी के ‘एम’ से क्यों शुरू होते हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ” क्यों इतने सारे ता’नाशाहों के नाम एम से शुरू होते हैं। मार्कोस, मुसोलिनी, मिलोसेविक, मुबारक,मुशर्रफ और मिकोम्बेरो”।