उत्तर प्रदेश में चु’नावी आहट होते ही AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisii) उत्तर प्रदेश में सक्रियता बढ़ाने का कोई भी मौका नहीं छो’ड़ना चाहते. यही वजह है कि वे बीजेपी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर लगातार हम’लावर हैं. ओवैसी ने इस बार यूपी सरकार के जनसंख्या नियंत्रण बिल (Population Control Bill) पर सवाल उठाए हैं.
‘योगी आदित्यनाथ को चेलैंज’
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा है, यूपी में 150 से ज्यादा बीजेपी के MLA ऐसे हैं जिनके 2 से ज्यादा बच्चे हैं, क्या बीजेपी उन्हें टिकट नहीं देगी? साथ ही उन्होंनें सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चेलैंज करते हुए कहा, वो डिबेट करने को तैयार हैं. ओवैसी ने कहा यूपी सरकार कई मा’मलों में पूरी तरह फे’ल रही है. उन्होंने सवाल किया, कोरोना काल में देश बर्बा’द हो गया, लाखों युवा बेरोजगार हैं उन्हें सरकार रोजगार क्यों नहीं दे रही है.
‘Pegasus मा’मले पर संसद में बहस हो’
ओवैसी ने चु’टकी लेते हुए हा, योगी ’56 इंच’ के खि’लाफ जा रहे हैं या 56 इंच योगी के खि’लाफ? साथ ही उन्होंने क’थित फोन टेपिंग मा’मले पर हमला बोलते हुए कहा, ‘सरकार में दम है तो वो Pegasus मा’मले पर संसद में ब’हस करवाए मैं तैयार हूं’. साथ ही कुपोषण का मु’द्दा उठाते हुए कहा, भारत के कुपोषित 9 लाख बच्चों में (6 से 9 वर्ष तक के) से 4 लाख उत्तर प्रदेश के हैं. सरकार इनके लिए क्या कर रही है?
इससे पहले उमा भारती ने ओवैसी
अपने वि’वादित बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने चे’तावनी दी है। उन्होंने कहा कि ओवैसी जी यहां संभल कर रहना ये यूपी है। यहां तहजीब से बात की जाती है। वो लखनऊ में मीडिया के सवालों का जवाब दे रही थीं।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चु’नाव में भाजपा यूपी में एक बार फिर प्रचंड बहुमत हासिल करेगी। यहां ओवैसी का तिक’ड़म बिल्कुल भी काम नहीं करेगा। ओवैसी को वि’वादित बयानों से क्षणिक लाभ तो हो जाता है पर वो यूपी में ज्यादा सफल नहीं होंगे।
उमा भारती ने कहा कि मैं उन्हें एक डीसेंट आदमी समझती थी लेकिन वो बेहद इनडीसेंट हैं। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि ये यूपी है यहां तहजीब से बात होती है। दरअसल, उमा भारती ने ओवैसी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि वो यूपी में लैला ब’न चुके हैं और योगी आदित्यनाथ उन्हें मजनूं की तरह याद करते हैं।