सरकार ने लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया तो अफरातफरी मच गई. शराब की दुकानें खुलते ही यहां भारी भीड़ उमड़ी और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी भी की गई. सोशल मीडिया पर तमाम वीडियो और फोटो की बाढ़ आ गई, जिसमें लंबी लाइनें देखी गईं.
इसी बीच, न’शे की हालत में एक पुलिसकर्मी का वीडियो फेसबुक और वॉट्सएप पर वायरल हो गया. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन में शराब की दुकानें खुलने के बाद पुलिस के साथ ऐसा हो गया.
इस वीडियो क्लिप पर “News 18” चैनल का लोगो दिख रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक न’शे में धु’त्त पुलिसकर्मी फुटपाथ पर लेटा है. फिर कुछ अन्य पुलिसकर्मी उसे मोटरसाइकिल से ले जाते हुए दिखते हैं. इस वीडियो के साथ लिखा गया है, “शराब के ठेके खोलने के बाद ही कुछ रुझान पुलिस का भी आना शुरू हो गया है”.
इंडिया टुडे चैनल के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने पाया कि यह वीडियो तीन साल पुराना है और इसका लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खुलने से कोई संबंध नहीं है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
शराब की दुकानें खुलने के बाद यह वीडियो फेसबुक पर वायरल हो गया.
फेसबुक पोस्ट
इस वीडियो को देखने से ही पता चलता है कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा संदेहास्पद है क्योंकि यह वीडियो हाल फिलहाल का या लॉकडाउन के दौरान का नहीं है. वीडियो में दिख रहे किसी भी पुलिसकर्मी ने मास्क नहीं पहना है.
रिवर्स इमेज सर्च और InVid टूल की मदद से हमें “News18” की वेबसाइट पर इसकी असली न्यूज क्लिप मिल गई. यह खबर 27 जून, 2017 को प्रसारित हुई थी. खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के फैजाबाद पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मी दुर्गेश गिरि कैंट इलाके में लेटे हुए पाए गए थे. फिर वहां एक पुलिस टीम पहुंची और उन्हें अपने साथ लेकर गई.
लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों को फिर से खोलने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करके लोग शराब खरीदने पहुंच गए. इसे लेकर सरकार को गंभी’र आ’लोचना का सामना करना पड़ा है. कई जगह अराजकता और भीड़ को देखते हुए दुकानें फिर से बंद कर दी गईं. इस संबंध में मीडिया में विस्तृत खबरें भी छपी हैं.
लेकिन यह खास तौर से यह वीडियो लॉकडाउन के दौरान का नहीं है, न ही श’राब की दुकानों पर अराजकता से इसका कोई संबंध है. यह वा’यरल वीडियो 2017 का है.