कृषि कानू’न पर केंद्र सरकार और किसानों के बीच मंगलवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही। इसके बाद किसानों ने आंदोलन को और तेज कर दिया है। बैठक में किसानों के स’ख्त रवैये के चलते उन्हें मनाने में नाकाम रहे कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। बताया गया है कि तीनों मंत्री कृषि कानू’न पर किसानों की मांग पर चर्चा कर रहे हैं।
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हम’ला बोला है। राहुल ने लिखा, “कहा- किसान की आय दुगनी होगी। किया- ‘मित्रों’ की आय हुई चौगुनी और किसान की होगी आधी। झूठ की, लू’ट की, सूट-बू’ट की सरकार।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “मोदी सरकार, किसानों को जु’मले देना बं’द करें, बेई’मानी-अ’त्याचार बं’द करें, बातचीत का ढकोसला बं’द करें, किसान-मज़दूर विरो’धी तीनों काले क़ानू’न ख़’त्म करें।”
बता दें कि आज सुबह से ही दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाला चिल्ला बॉर्डर बं’द रहा। वहीं उत्तर रेलवे ने कई ट्रेनों को र’द्द किया या उनका रूट बदला। बता दें कि एक दिन पहले ही किसानों ने दिल्ली को चारों तरफ से घे’रने की योजना के साथ प्रदर्श’नों को तेज किया था। इसके चलते राजधानी के अलग-अलग राज्यों से पांच बॉर्डर बं’द हो गए थे। माना जा रहा है कि केंद्र के साथ होने वाली 3 दिसंबर की बैठक के बाद ही किसानों के रुख में कुछ परिवर्तन आ सकता है।
इस बीच हरियाणा सरकार में भाजपा की साथी जजपा ने किसानों की मांग मान लेने की सलाह दी है। जजपा के नेता अजय चौटाला ने कहा कि किसान अपने लिए एमएसपी की गारंटी चाहते हैं। इसलिए सरकार को उन्हें एमएसपी का नियम लागू करने का लिखित भरोसा देना चाहिए। चौटाला ने कहा कि आखिर एक लाइन जोड़ने में समस्या ही क्या है? बता दें कि अजय चौटाला हरियाणा के मौजूदा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पिता हैं।
दिल्लीः यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी लिया प्रद्रशन में हिस्सा
दिल्ली के कुछ यूनिवर्सिटी छात्रों ने भी किसान प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर क्रांतिकारी युवा संगठन से जुड़े छात्रों ने किसानों का साथ दिया और नए कृषि कानूनों को बदलने की मांग कर दी। संगठन ने कहा कि सरकार को ऐसे जनविरोधी कानूनों के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।