कृषि कानून के विरो’ध पर PM मोदी का आया बड़ा बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी यात्रा के दौरान देव दीपावली के अवसर पर राजघाट पर दीप प्रज्ज्वलित किया. दीप जलाने के बाद पीएम मोदी ने राजघाट पर जनसभा को संबोधित किया. नए कृषि कानू’न के खि’लाफ हो रहे धर’ना-प्रदर्श’न पर कहा कि नए काम के दौरान इस तरह के विरो’ध होते रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि आज हम सुधार की बात करते हैं. समाज और व्यवस्था में सुधार के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे. हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं, तो जाने-अनजाने विरो’ध के स्वर जरूर उठते हैं. लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सब कुछ ठीक हो जाता है. यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है.

पीएम ने नए कृषि कानू’नों के खि’लाफ हो रहे विरोध के संदर्भ में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि काशी के लिए जब विकास के काम शुरू हुए थे, विरो’ध करने वालों ने सिर्फ विरो’ध के लिए विरो’ध तब भी किया था.

जब काशी ने तय किया था कि बाबा के दरबार तक विश्वनाथ कॉरिडॉर बनेगा, विरो’ध करने वालों ने तब इसे लेकर भी काफी कुछ कहा था. लेकिन आज बाबा की कृपा से काशी का गौरव पुनर्जीवित हो रहा है. सदियों पहले, बाबा के दरबार का मां गंगा तक जो सीधा संबंध था, वो फिर से स्थापित हो रहा है.

पीएम ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का उदाहरण भी दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि नेक नीयत से काम करें तो विरो’ध के बावजूद सफलता मिलती है. उन्होंने कहा, ‘अयोध्या में राम मंदिर से बड़ा दूसरा उदाहरण क्या होगा, दशकों से इस पवित्र काम को ल’टकाने भ’टकाने के लिए क्या कुछ नहीं किया गया. कैसे कैसे ड’र पैदा करने के प्रयास किए गए. लेकिन जब राम जी ने चाह लिया तो मंदिर बन रहा है.’ पीएम ने कहा कि किसानों को शोषकों और बिचौ’लियों से आजादी मिल रही है. रेहड़ी और पटरी वालों को मदद देने के लिए बैंक आगे चलकर आ रहे हैं.

बता दें कि इससे पहले अपने संबोधन में भी पीएम मोदी ने किसानों की मांग का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों के लिए नए विकल्प मिले हैं. इनमें पुराने सिस्टम पर रोक लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है. पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गै’रकानू’नी थे. ऐसे में छोटे किसानों के साथ धो’खा होता था, वि’वाद होता था. अब छोटा किसान भी मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानू’नी एक्शन ले सकता है. किसान को अब नए विकल्प मिले हैं. उसे धो’खे से कानू’नी संरक्षण मिला है.