कोरो’ना वायरस के खिला’फ जंग में मदद के माध्यम से फंड जुटाने के लिए पीएम केयर्स फंड का गठन किया गया। जब से पीएम केयर फंड बना है, तब से इसे लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम केयर्स फंड को लेकर मो’दी सरकार पर हम’ला बोला है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि आम लोगों कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में योगदान के तौर पर पैसे लिए जा रहे हैं और ऐसे में ‘पीएम केयर्स कोष’ का सरकारी ऑडिट होना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया कि आम लोगों से कोरोना वायरस के खिला’फ लड़ाई में योगदान के तौर पर पैसे लिए जा रहे हैं, इसलिए पीएम केयर्स कोष का सरकारी ऑडिट होना चाहिए।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में लोगों से पीएम केयर्स कोष में 100-100 रुपये का योगदान देने से संबंधित जिलाधिकारी के एक कथित आदेश का हवाला देते हुए यह भी लिखा कि देश के कई पूंजीपतियों के 68,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया। उसका भी हिसाब होना चाहिए।
एक सुझाव:
जब जनता त्राहिमाम कर रही है। राशन, पानी, नकदी की किल्लत है। और सरकारी महकमा सबसे सौ सौ रुपए पीएम केयर के लिए वसूल रहा है तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर की सरकारी ऑडिट भी हो?
देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ माफ हुए उसका हिसाब होना चाहिए।..1/2 pic.twitter.com/NLnA27CmR3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 2, 2020
हालांकि प्रियंका गांधी ने एक सुझाव के तौर पर अपनी यह मांगें रखीं। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि जब जनता त्राहिमाम कर रही है, राशन, पानी, नकदी की किल्लत है, सरकारी महकमा सबसे 100-100 रुपये पीएम केयर्स कोष के लिए वसूल रहा है, तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर्स कोष का सरकारी ऑडिट भी हो।
उन्होंने लिखा कि देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ रुपये माफ हुए, उसका हिसाब होना चाहिए। संकट के समय जनता के सामने पारदर्शिता महत्वपूर्ण है। इसमें जनता और सरकार दोनों की भलाई है।