पठान भाइयों के नाम दर्ज है ये अनोखा रिकॉर्ड, किसी भी खिलाड़ी के लिए तोड़ना नामुमकिन

क्रिकेट में बहुत से ऐसे मौके आए हैं, जब मैदान पर दो सगे भाई एक ही टीम के लिए खेले हों। भारत कई भाइयों की जोड़ी मैदान पर साथ उतर चुकी है। मौजूदा समय में ही टीम इंडिया में पंड्या बंधु काफी नाम रोशन कर रहे हैं।

इरफान पठान और यूसुफ पठान भी टीम इंडिया के लिए साथ-साथ खेल चुके हैं। पठान बंधुओं ने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया है, जिसे तोड़ना अब किसी भी खिलाड़ी के असंभव है।

इरफान पठान ने 2003 दिसंबर में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने पहला वनडे जनवरी 2009 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से की थी। उन्होंने दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था।

उनके बड़े भाई यूसुफ पठान की बात करें तो वे कभी भी टेस्ट टीम में नहीं चुने गए। हालांकि, वनडे और टी20 में भारत का प्रतिनिधत्व किया। उन्होंने जनवरी 2007 में जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। यूसूफ ने जनवरी 2008 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ मैच से वनडे करियर की शुरुआत की थी।

इरफान के मुकाबले यूसुफ का अंतरराष्ट्रीय करियर बहुत छोटा रहा। हालांकि, उन्होंने छोटे से करियर में ही एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया, जिस पर अब किसी दूसरे का नाम नहीं लिखा जा सकता। टीम इंडिया के नाम पहला टी20 वर्ल्ड कप जीतने का रिकॉर्ड है।

पहला टी20 वर्ल्ड कप 2007 में हुआ था। उसके फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 रन से हराया था। उस मैच में इरफान पठान ने 4 ओवर में 16 रन देकर 3 विकेट लिए थे। यूसुफ पठान भी उस मैच में खेले थे। उन्होंने एक ओवर में 5 रन दिए थे। इरफान फाइनल में मैन ऑफ द मैच चुने गए थे।

2008 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आगाज हुआ। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज की अगुआई में राजस्थान रॉयल्स आईपीएल की पहली चैंपियन बनी। राजस्थान ने फाइनल में चेन्नई सुपरकिंग्स को 3 विकेट से हराया था।

उस मैच में यूसूफ पठान ने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट लिए थे। इसके अलावा 3 चौके और 4 छक्के की मदद से 39 गेंद पर 56 रन की पारी भी खेली थी। यूसुफ को उस मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

ये वे दोनों रिकॉर्ड हैं, जो पठान बंधुओं के नाम दर्ज हैं। यानी पहले टी20 वर्ल्ड के फाइनल और पहले आईपीएल फाइनल में मैन ऑफ द मैच चुना जाना। इसे एक संयोग भी कहा जा सकता है। हालांकि, पठान बंधुओं के इन रिकॉर्डों को तोड़ना नामुमकिन है, क्योंकि दोनों ही टूर्नामेंट का पहला सीजन तो अब होने से रहा।