भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल प्रदेश इकाई में बड़ा फेरबदल करते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस को प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है। बड़े धूमधाम से पार्टी में लाए गए नेताजी के पोते को पद से हटाने का कोई कारण तो नहीं बताया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी विरोधी स्टैंड के कारण उनसे जिम्मेदारी छीनी गई है।
दरअसल नेताजी के पोते चंद्र कुमार बोस ने पिछले साल ना’गरिकता संशो’धन कानून (सीएए) पर मोदी सरकार के खिला’फ मो’र्चा खोल दिया था।
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले आज प्रदेश इकाई में बड़ा फेरबदल करते हुए आधे दर्जन से अधिक नेताओं को हटाते हुए नए नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री और सचिव बनाया गया है।
इसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस को प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है। बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, कुल 12 नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है।
गौरतलब है कि बीते साल 24 दिसंबर को ना’गरिकता संशो’धन कानून और एनआ’रसी को लेकर कोलकाता में आयोजित बीजेपी की एक विशाल रैली के थोड़ी देर बाद ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस के पो’ते और राज्य बीजेपी के उपाध्यक्ष चंद्र कुमार बोस ने इस कानून को लेकर सवाल उठाया था।
If #CAA2019 is not related to any religion why are we stating – Hindu,Sikh,Boudha, Christians, Parsis & Jains only! Why not include #Muslims as well? Let's be transparent
— Chandra Kumar Bose (@Chandrakbose) December 23, 2019
उन्होंने ट्वीट कर सवाल किया था कि “यदि सीएए किसी ध’र्म से जुड़ा नहीं है तो फिर क्यों हम केवल हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाइयों, पारसियों और जैन की बात कर रहे हैं। क्यों मुस्लिमों को शामिल नहीं किया गया? हमें पा’रदर्शी बनना चाहिए।”
इसके बाद इस साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर चंद्र कुमार बोस ने एक बार फिर संशोधित नागरिकता का नाम लिए बिना कहा था कि देश एक ‘दूसरे विभा’जन’ की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि, “आज देश बिखर रहा है। मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लेकिन, आज भारत में समुदा’यों के बीच एकता नहीं है।” इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ उनके दादा की तरह की शख्सियत ही भारत को विघ’टित होने से बचा सकती है।
वहीं आज पश्चिम बंगाल बीजेपी की ओर से जारी सूचना के मुताबिक बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह, बांकुड़ा से सांसद सुभाष सरकार, देबाशीश मित्र, राजकमल पाठक, रितेश तिवारी प्रमुख हैं। रितेश तिवारी अभी तक प्रदेश सचिव के तौर पर कार्य कर रहे थे।