भारत के असली नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया। देशवासियों के सपने को उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के जरिए पूरा कर दिया। जैवलिन थ्रो के फाइनल में उन्होंने 87.58 की दूरी तक भाला फेंका। उनकी जीत से पूरा देश खुशियों से सराबोर है। 2008 के बाद यह पहला मौका है जब भारत ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता है।
23 साल के नीरज को उनके शुरुआती दिनों में ट्रेनिंग देने वाले कोच नसीम अहमद अपने शिष्य के ऐतिहासिक जीत से बेहद खुश हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीरज अपनी नोटबुक के साथ बैठते हैं और उनसे सुझाव लेते थे। वह कभी भी ट्रेनिंग से पीछे नहीं ह’टते थे और हमेशा ग्रुप के साथ जीतने के लिए अपने आपको तैयार करते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के आम नागरिक तक उन्हें बधाई दे रहे हैं। उनके गोल्ड मेडल जीतने के बाद सोशल मीडिया पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता डॉ उदित राज ने एक पोस्ट करते हुए लिखा कि भक्तों गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का कोच मु’सलमान नसीम अहमद निकला? अब क्या करोगे? उनके इसी फेसबुक पोस्ट पर लोग उन्हें जम’कर ट्रो’ल कर रहे हैं।
भक्तों गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का कोच मुसलमान – नसीम अहमद निकला। अब क्या करोगे?
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) August 8, 2021
एक फेसबुक यूजर ने कमेंट किया कि ऐसी मानसिकता का कोई इलाज नहीं है। दिनेश कुमार शर्मा नाम के फेसबुक यूजर लिखते हैं कि इस देश का राष्ट्रपति एक नहीं कई बार मु’सलमान हुआ है। मुस’लमान हमारे भाई है कोई हमसे अलग नहीं है वह बात अलग है कि कुछ गं’दे आदमी होते हैं वह हिं’दू भी हो सकते हैं और मु’सलमान भी हो सकते हैं और आप जैसे भी हो सकते हैं। एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि हर बात में यह आदमी हिं’दू मुसलमान करता है, आखिर चाहते क्या है ये? अब सिर्फ पब्लिसिटी या कुछ और….।
कांग्रेस नेता डॉ उदित राज ने यही बात अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी लिखी हुई है। वहां भी लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं।@sandesh_samant ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि करेंगे? उनका उचित सम्मान करेंगे। देश के लिए उनका योगदान है। गुरू का सम्मान करना हमारी संस्कृती और ध’र्म सिखाते हैं। एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि मु’सलमान को तो हम सर आंखों पर बैठाते हैं। राष्ट्रपति कलाम साहब को भूल गए क्या?