लगातार हो रही भारी बारिश ने उत्तराखंड में आफत मचाई हुई है। जगह-जगह से भूस्खलन की खबरे सामने आ रही है। बता दें कि शुक्रवार 20 अगस्त को नैनीताल के वीरभट्ट पुल पर अचानक भूस्खलन हो गया, जिससे पहाड़ी से बड़ी तादात में मलवा सड़क पर आ गए। तो वहीं, इस भूस्खलन की चपेट में आने से केएमओयू की एक बस बाल-बाल बच गई। इस दौरान बस में सवार यात्री अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदकर भागने लगे।
वहीं, भूस्खलन के कारण अल्मोड़ा, बागेश्वर सहित कुमाऊं का संपर्क हल्द्वानी से कट गया है। पुलिस ने भारी वाहनों को हल्द्वानी व काठगोदाम के पास ही रोक दिया है। पहाड़ टूटकर गिरने का वीडियो न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया है।
प्राप्त समाचार के मुताबिक, शुक्रवार सुबह से हो रही बारिश के कारण पुल के नजदीक मिट्टी व पत्थर लगातार गिर रहे थे। लेकिन शाम को करीब पांच बजे अचानक पहाड़ी से भारी तादात में मलवा व पेड़ गिरने लगे। इस दौरान भवाली से हल्द्वानी को आ रही केएमओयू की बस भी यहां पर पुल पार करने की कोशिश कर रही थी।
#WATCH | Uttarakhand: A bus carrying 14 passengers narrowly escaped a landslide in Nainital on Friday. No casualties have been reported. pic.twitter.com/eyj1pBQmNw
— ANI (@ANI) August 21, 2021
तभी लोगों ने चिल्लाकर बस चालक को सावधान किया। जब तक चालक बस को रोककर बैक करता। पहाड़ी से मलबा गिरने लगा। मलबा गिरता देख सवारियां घबरा गई और बस से कूदकर अपनी जान बचाई।
ज्यूलीकोट चौकी प्रभारी जोगा सिंह ने बताया कि भूस्खलन के खतरे को देखते हुए सड़क पर यातायात पूरी तरह से रोक दिया गया है। भारी वाहनों को गुजरने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। छोटे वाहनों को रानीबाग से भेजा जा रहा है। बेहद जरूरी सेवाओं को नैनीताल के जरिए कुमाऊं के बाकी जिलों को भेजा जाएगा।
वहीं दूसरी ओर, मौसम विभाग ने पूरे उत्तराखंड में 24 अगस्त तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गढ़वाल व कुमाऊं के करीब करीब सभी जिलों में बारिश का अनुमान है। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं कहीं आकाशीय बिजली गिरने व गर्जना होने की भी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को राज्य में कहीं कहीं तीव्र बौछार व कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।