मुकदमे लगाने वाले शायद भूल गए, डरना हमारी फितरत में नहीं: प्रियंका गांधी

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू के खिलाफ किए गए मुकदमे को लेकर प्रियंका ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मुकदमे लगाने वालों को शायद यह पता नहीं है कि हम कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं और डरना हमारी फितरत में नहीं है।

प्रियंका ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा- पिछले 60 दिनों से यूपी कांग्रेस के कार्यकर्ता दिन-रात लगकर प्रवासी श्रमिकों और जरुरतमंदों की सेवा में लगे हैं। कांग्रेस के सिपाही द्वारा राशन, खाना और दवाई पहुंचाने का काम, श्रमिकों को भोजन-पानी देने और उन्हें घर वापस लाने की सुविधा करने का काम सेवाभाव से कर रहे हैं।

प्रियंका ने दूसरे टि्वट में कहा कि उप्र कांग्रेस की सक्रियता द्वारा अब तक 67 लाख लोगों की मदद हो चुकी है। अजीब बात है कि यूपी सरकार ने इस सेवा कार्य से विचलित होकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को जेल में डाल दिया। अलग-अलग जिलों में हमारे कार्यकर्ताओं पर मुकदमे लगाए गए हैं। परसों 50,000 उप्र कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेताओं ने फेसबुक लाइव पर अपनी एकजुटता दिखाई, कल सभी जिलों में सरकार को ज्ञापन दिया। मुकदमे लगाने वाले शायद ये भूल गए हैं कि ये महात्मा गांधी की पार्टी है। सेवा हमारे मूल में है और डरना हमारी फितरत नहीं। सेवा कार्यों को और तेज करेंगे।

14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं अजय लल्लू

उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने को लेकर कांग्रेस और यूपी सरकार के बीच सियासी खींचतान के बीच गत बुधवार को नोएडा डीएनडी पर कांग्रेस द्वारा लाई गई बसों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया और आगरा सीमा पर आईं बसें वापस लौटा दी गईं थीं। इस बीच जमानत मिलने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू को लखनऊ से पहुंचीं पुलिस ने फिर गिरफ्तार कर लिया था। बाद में लखनऊ में उनका मेडिकल कराने के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में पीजीआई के पास बनी अस्थायी जेल भेज दिया गया था

आगरा में कांग्रेस नेताओं के साथ किया था प्रदर्शन

इससे पहले मंगलवार को अजय लल्लू ने आगरा के पास राजस्‍थान-यूपी बॉर्डर पर कांग्रेस के नेताओं को साथ लेकर जमकर प्रदर्शन किया था। लॉकडाउन के दौरान नियमों को तोड़ने के चलते पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अजय को हिरासत में ले लिया था और फतेहपुर सीकरी थाने ले गई थी। बाद में अजय को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके साथ इस दौरान मथुरा के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर भी थे।