अबतक के दुनिया के सबसे विनाशकारी भूकंप, एक भारत में भी आया

तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से जान-माल का बड़ा नकुसान हुआ है. ऐसे में आइए जानते हैं अब तक के सबसे ज्यादा विनाशकारी भूकंपों के बारे में ।
इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप मई 1960 में चिली में दर्ज किया गया था. इसकी तीव्रता 9.4 और 9.6 थी, जिससे लगभग 10 मिनट तक जमीन हिलती रही थी. इस भूकंप में करीब 6000 लोगों की जान गई थी.


1964 में गुड फ्राइडे के दिन आए ग्रेट अलास्कन की तीव्रता 9.2 थी और यह 5 मिनट से थोड़ा कम समय तक चला. यह उत्तरी अमेरिका में दर्ज अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है. इस भूकंप के झटकों से केवल नौ लोगों की मौत हुई, लेकिन दुनिया भर में इससे आई सुनामी में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. इसके प्रभाव से सुनामी की लहरें अंटार्कटिका तक पहुंच गई थीं और जापान, पेरू, मेक्सिको और न्यूजीलैंड के साथ-साथ अन्य तटीय क्षेत्रों में भी देखी गई.


साल 2001 में आया भुज भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में आया तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था. इस भूकंप ने 20,000 से अधिक लोगों की जान ली और लाखों लोगों को बेघर भी किया था.


साल 2004 में दक्षिण एशिया में आया 9.1 तीव्रता का भूकंप अब तक की सबसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं में से एक है. इस भूकंप से लगभग 100 फीट की सुनामी आई. इसमें थाईलैंड, श्रीलंका, भारत और इंडोनेशिया सहित 14 देशों में लगभग 2,27,000 मौतें दर्ज की गई थी.


साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप से भारत, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के भी कुछ क्षेत्र प्रभावित हुए थे. नेपाल में 1934 के बाद आया यह सबसे भीषण भूकंप था.