दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी को बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा हाईकमान से बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल अपने नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने लगे हैं।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कयास लगाए जा रहे थे कि 2020 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव शायद टल जाए। लेकिन अब पार्टियां व निर्वाचन आयोग की तैयारियों से स्पष्ट हो चुका है कि अन्य राज्यों के साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव भी अपने तय समय पर ही होंगे। माना जा रहा है कि जुलाई के पहले सप्ताह में सर्वदलीय बैठक बुलाई जा सकती है। मनोज तिवारी मूलतः बिहार के रहने वाले हैं। ऐसे में तिवारी को बीजेपी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
बता दे कि भाजपा आलाकमान ने बीजेपी अध्यक्ष के कार्यभार से मुक्त होने के बाद पार्टी ने उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी है, इसका एक कारण यह भी माना जा रहा है कि उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक के साथ-साथ बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
यही नहीं बिहार विधान सभा चुनाव में प्रचार के लिए दिल्ली से एक दर्जन से अधिक नेता जाएंगे, यह सभी नेता बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा में बिहार से ताल्लुक रखते हैं। इसलिए पार्टी सूत्रों का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल मोर्चा के कई चेहरों को चुनाव में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
सोमवार को पार्टी से अनुमति मिलने के बाद ही मनोज तिवारी पटना पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों से मुलाकात की, उसके बाद वह बीहटा जाकर लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए सुनील कुमार के परिजनों से मुलाकात कर उनके बच्चों को 12वीं तक शिक्षा की मदद का भार उठाया है।