पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हम’ला करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान राज्य को लेकर काफी उम्मीदें रहती हैं लेकिन हर बार खाली हाथ लौटते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 2 महीनों से कोई आय नहीं है। केंद्र से उम्मीद है कि 52 हजार करोड़ रुपए की राशि दी जाए।
PMके साथ बैठकों के दौरान उम्मीदें हैं लेकिन हम हर बार खाली हाथ लौटते हैं। पिछले 2 महीनों से कोई आय नहीं हुई है लेकिन हमें केंद्र से कोई विकल्प नहीं मिल रहा है।हमें 52000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। कोरोना यहां जारी रहेगा लेकिन आय के बारे में क्या :पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी pic.twitter.com/QRz8jBn8cS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 12, 2020
बता दे, राज्य में अब तक कोरो’ना संक्र’मण से 190 लोगों की मौ’त हो चुकी है जिनमें से 72 लोग पहले से ही विभिन्न बीमा’रियों के शिका’र थे। राज्य में सोमवार तक संक्र’मण के 2,063 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें से 1,374 लोगों का उपचार चल रहा है।
इससे पहले भी ममता ने केंद्र पर लगाया था आ’रोप
केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरो’प लगाते हुए ममता बनर्जी ने इससे पहले कहा था कि ऐसे वक्त में केंद्र को राजनीति नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा था कि राज्य कोरो’ना के खि’लाफ लड़ाई में अच्छा काम कर रहा है। केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि बंगाल से अंतरराष्ट्रीय सीमा लगती है। राज्य को लिखी केंद्र की चिट्ठी पहले ही लीक हो जाती है।
इस बीच स्वास्थ्य सचिव का तबादला
कोरो’ना संक’ट के बीच आंकड़ों को लेकर आ’रोपों का सामना कर रही पश्चिम बंगाल सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के स्वास्थ्य सचिव विवेक कुमार का तबादला कर पर्यावरण विभाग भेज दिया गया। इसके बदले नारायण स्वरूप निगम को नया स्वास्थ्य सचिव नियुक्त किया है।
केंद्रीय टीम ने राजीव सिन्हा को लिखी थी चिट्ठी
दरअसल, बीते दिनों केंद्रीय टीम ने बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को एक चिट्ठी लिखी थी। चिट्ठी में राज्य में खराब इंतजाम को दिखाया गया था।
टीम के मुखिया और भारत सरकार के विशेष सचिव अपूर्व चंद्रा ने लिखा था कि राज्य सरकार ने अलग-अलग समय पर म’रने वालों और को’रोना म’रीजों का जो आंकड़ा दिया है, उनमें बहुत ज्यादा अंतर है। टीम का कहना था कि राज्य में मृ’त्यु दर 12.8 फीसदी है। जो किसी भी राज्य के मुकाबले ज्यादा है।