मोदी सरकार के ‘अच्छे दिन’ के नारे के सामने ममता बनर्जी ने दिया ये नारा, 2024 को लेकर…

विपक्षी पार्टियों के नेताओं को एकजुट करने के प्रयास में दिल्ली पहुचीं ममता बनर्जी ने कहा कि हो सकता है भाजपा मजबूत हो लेकिन विपक्ष भी अब कमजोर नहीं है और 2024 के आम चुनाव में एक उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘हमने अच्छे दिन देख लिए, अब सच्चे दिन देखना चाहते हैं। हमें देश के लोगों पर भरोसा है। जो लोग उन्हें (भाजपा) सपोर्ट किया करते थे, शायद अब नहीं करेंगे।’

बता दें कि 2019 के आम चुनाव से पहले भी ममता ने विपक्ष को एक प्लेटफॉर्म पर लाने और एकजुट करने के लिए काफी जोर लगाया था लेकिन उस बार उन्हें सफलता नहीं मिली। इस विफलता पर सवाल किए जाने पर ममता ने कहा, ‘अब परिस्थितियां बहुत बदल गई हैं। आप जानते हैं 2019 में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कैसी थी। अगर अब सर्वे किया जाए तो सही हालात पता चल जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि अब ‘होप 24’ ज्यादा मुश्किल टारगेट नहीं है।

ममता बनर्जी ने कहा कि जब बंगाल मोदी और शाह को हरा सकता है तो बाकी के राज्य क्यों नहीं हरा सकते? उन्होंने एक बार फिर दोहराया, ‘पूरे देश में खेला होबे।’ विपक्षी दलों में बड़ी पार्टी कांग्रेस की पॉलिटिकल इंजिनियरिंग के सवाल पर ममता ने कहा, सोनिया गांधी भी विपक्षी दलों में एकता चाहती हैं। उन्होंने मुझे चाय पर बुलाया तो मैं सीधे वहीं पहुंच गई। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी भी वहां मौजूद थे।

10 जनपथ पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को शिकस्त देनी है तो सभी पार्टियों को साथ आना होगा। ममता ने कहा, मैं कोई वीआईपी नहीं हूं। मैं बस बिल्ली के गले में घंटी बांधने में मदद करना चाहती हूं। मैं नहीं चाहती कि मुझे विपक्ष अपना चेहरा बनाए। विपक्ष के चेहरे के सवाल पर उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा, मैं कोई राजनीतिक ज्योतिषी नहीं हूं।

बनर्जी ने कहा, एक राजनीतिक तूफान आएगा जो कि बहुत कुछ बहा ले जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा को भाजपा के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए।