रेगिस्तानी टिड्डियों के झुंड का आं’तक देश के कई हिस्सों में फैल चुका है। किसान इन 4 इंच के जीवों से निपटने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग थाली, नंगाड़ा बजाकर इन टिड्डियों को भागा रहे हैं तो कुछ डीजे के बजाकर।
@pinkipatel855♬ original sound – pinkipatel855
सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी आया था जिसमें डीजे के संगीत से टिड्डियों को भगाया जा रहा है! आपको पता ही है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। ऐसे में टिड्डियों के आ’तंक से निजात पाने के लिए लोग जुगाड़ का भी सहारा ले रहे हैं। ऐसा ही एक जुगाड़ का वीडियो ‘टिकटॉक’ की दुनिया में छा गया है।
इस वीडियो को टिकटॉक यूजर pinkipatel855 ने शेयर किया था, जिसे खबर लिखे जाने तक 24 मिलियन से अधिक व्यूज और 10 लाख से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं।
जमीदार को देशी जुगाड़🤓🤓
के है बताओ दिखाण🙄🙄🤣🤣 pic.twitter.com/6uA05OBB2M
— राजस्थानी 🧡विलायती बाबू🧡 (@sihagrakesh2013) May 23, 2020
वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे एक खाली बोतल से टीन के डिब्बे को जोड़ा गया है। साथ ही, उससे कूलर की एक पंखड़ी भी अटैच है। जब हवा से पंखड़ी घूमती है तो पीछे लगे टीन के डब्बे पर खट-खट की आवाज होती है। मतलब, इस आवाज से टिड्डियों को खेत से दूर रखा जा सकता है!
टिड्डी भगाने के लिए किसान द्वारा बनाया गया देसी जुगाड़ @ramanmann1974 pic.twitter.com/XM90JjSSbm
— HELL WALA 🚜 (@hellwala) January 26, 2020
बात दें, इसे ट्विटर यूजर राहुल श्रीवास्तव ने शेयर किया था। उन्होंने कैप्शन में लिखा था, ‘डीजे सिर्फ नाच गाने के लिए ही नहीं बल्कि टिड्डी दल भगाने में भी कारगर होता है। दिन सबके बदलते हैं!आप मुंह से आवाज निकाल सकते हैं या थाली भी पीट सकते हैं।’ बता दें, टिड्डी दल के अटैक को लेकर हिमाचल प्रेदश के कांगड़ा, उना, बिलासपुर और सलोन जिलों में हाई अलर्ट। साथ ही, महाराष्ट्र के भंडारा में इनसे पार पाने के लिए दवा का छिड़काव हो रहा है।
डीजे सिर्फ़ नाच गाने के लिये ही नहीं बल्कि टिड्डी दल भगाने में भी कारगर होता है ।
दिन सबके बदलते हैं !
आप मुँह से आवाज़ निकाल सकते हैं या थाली भी पीट सकते हैं ।#DiscJockey #Locustswarm #locustswarms #Locusts #Locustsattack #LocustInvasion #LocustSwarmsAttack pic.twitter.com/zUcpYiJTGb
— RAHUL SRIVASTAV (@upcoprahul) May 27, 2020
प्रदेश में मानसून आने से पहले टिड्डी दल के अंडों को पूरी तरह से खत्म करना आवश्यक है वरना ये समस्या बड़ा रूप ले सकती है क्योंकि मानसून के बाद किसान खेतों में फसल बोना शुरू कर देता है.
ऐसे में टिड्डी दल फसल को खराब कर देंगे और उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर देंगे. टिड्डियों को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि जहां इनका ब्रिगेड सेंटर है, वहीं पर गहरा गड्ढा खोदकर इन के अंडों को दबा दिया जाए ताकि ये आगे नहीं बढ़ पाए.
https://twitter.com/dwivedi344/status/1265930857266786305?s=20
ऐसा माना जाता है कि एक वयस्क मादा टिड्डी अपने 3 महीने के जीवन चक्र में 3 बार करीब 90 अंडे देती है, ऐसे में अगर यह अंडे नष्ट नहीं हुए तो प्रति हेक्टेयर में 4 से 8 करोड़ तक टिड्डियां प्रति वर्ग किलोमीटर में पैदा हो सकती हैं.