लॉकडाउन से बाहर निकलने को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में पीएम मोदी ने दिए ये संकेत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोवि’ड-19 के संक्र’मण के प्रसार को रोकने, लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर निकलने और आर्थिक गतिविधियां तेज करने के उपायों पर सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की.

पीएम मोदी ने लॉकडाउन में आने वाले दिनों में ढील देने के संकेत दिये हैं. एनएनआई के हवाले से खबर है कि बैठक में उन्‍होंने राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा, कोरोना महामारी से निपटने में भारत की सफलता को वैश्विक मान्यता मिली है;

भारत सरकार इस संबंध में सभी राज्य सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करती है. हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण भारत इस संक’ट से मुक्त रहे.

पीएम मोदी ने कहा, धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से, देश के कई हिस्सों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं. आने वाले दिनों में यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. हमें यह महसूस करना चाहिए कि कोवि;ड के खिलाफ लड़ाई अब और अधिक केंद्रित होनी चाहिए.

शहरी क्षेत्रों से ग्रामीण भारत की तरफ श्रमिकों के पलायन और मजदूरों के अपने घर जाने से आर्थिक गतिविधियों की बहाली में आने वाली समस्याओं पर इस बैठक में चर्चा की जा रही है. कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पांचवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.

मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत कई मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल हुए.

गौरतलब है कि रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के साथ बैठक के दौरान राज्यों के मुख्य सचिवों ने उन्हें बताया था कि को’विड-19 से सुरक्षा जरूरी है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की जरूरत है.

बैठक से पहले सूत्रों ने बताया था कि बैठक में भाग लेने वाले सभी मुख्यमंत्रियों को बातचीत के दौरान अपने विचार रखने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ पिछली बार 27 अप्रैल को बातचीत किये जाने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जो 28,000 के आंकड़े से बढ़ कर करीब 67,000 पर पहुंच गई है.

बैठक के कुछ दिनों बाद केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि और दो हफ्तों के लिये 17 मई तक बढ़ा दी थी. हालांकि, आर्थिक गतिविधियों और लोगों की आवाजाही में कुछ छूट दी गई थी. राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू है. लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त होने से कुछ ही दिन पहले यह बैठक हो रही है. दूसरा चरण तीन मई को समाप्त हुआ था, जबकि पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त हुआ था.