बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस करीना कपूर और एक्टर सैफ अली खान ने अपने दूसरे बेटे का नाम जहांगीर रखा है। इस बात का खुलासा करीना कपूर की हाल ही में रिलीज हुई किताब ‘करीना कपूर खान प्रेग्नेंसी बाइबल: द अल्टीमेट मैनुअल फॉर मॉम्स-टू-बेबी’ में किया है।
दूसरे बेटे का नाम जहांगीर सामने आते ही करीना कपूर और सैफ अली खान सोशल मीडिया पर एक वर्ग के निशाने पर आ गए हैं। मशहूर पत्रकार दीपक चौरसिया ने भी ट्वीट कर करीना कपूर और सैफ अली खान पर नाम को लेकर तंज कसा।
जिसने हिंदुस्तान को लूटा, हिंदुओं पर अत्याचार किया उन क्रूर, अत्याचारी शासकों का नाम अपनी संतानों को देना घृणा और नफ़रत का शानदार प्रदर्शन है। तैमूर और अब जहांगीर, ये तक नहीं सोचा कि इतिहास को याद करके आने वाली पीढ़ी इनका मज़ाक़ ही बनाएगी।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) August 11, 2021
दीपक चौरसिया ने ट्वीट में सैफ अली खान और करीना कपूर पर बेटे का नाम जहांगीर रखने पर नारा’जगी जाहिर की और लिखा, “जिसने हिंदुस्तान को लू’टा, हिंदुओं पर अ’त्याचा’र किया, उन क्रू’र, अ’त्याचा’री शा’सकों का नाम अपनी संतानों को देना घृ’णा और न’फरत का शानदार प्रदर्शन है।”
दीपक चौरसिया ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “तैमूर और अब जहांगीर। ये तक नहीं सोचा कि इतिहास को याद करके आने वाली पीढ़ी इनका ही मजाक बनाएगी।” सैफ और करीना पर किए गए इस ट्वीट को लेकर दीपक चौरसिया खुद भी लोगों के निशाने पर आ गए। आनंदीलाल नाम के यूजर ने लिखा, “यानी आप कहना चाहते हैं कि आगे से कोई भी अपने बच्चों का नाम नरेंद्र न रखे, ये कैसा तर्क हुआ?”
अश्विनी यादव नाम के यूजर ने दीपक चौरसिया के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “कोई अपने बच्चे का नाम क्या रखेगा, इसकी चिंता तुम्हें क्यों है बताओ? जो भूखे मर रहे हैं, उनकी चिंता क्यों नहीं है।” जोया नाम की यूजर ने लिखा, “आने वाली पीढ़ियां आप जैसे न’फरत के व्यापा’रियों और सत्ता के हाथ बि’के हुए प्रचा’रकों को कैसे देखेगी, ये सोचा है कभी?”
बता दें कि इससे पहले सैफ अली खान और करीना कपूर के बड़े बेटे तैमूर अली खान के नाम को लेकर भी काफी विवाद हुआ था। इस बारे में करीना कपूर ने बरखा दत्त को दिए इंटरव्यू में भी चर्चा की थी। जिसमें उन्होंने कहा था, “मैं इस बात को कभी नहीं भूल सकती। एक मां और एक इंसान के तौर पर इस चीज ने मुझे काफी ड’रा दिया था।”
करीना कपूर ने इंटरव्यू में आगे कहा था, “अपने बच्चे को मैं किस नाम से पुकारती हूं यह पूरी तरह से मेरा निर्णय होगा और यह किसी की चिंता का विषय नहीं है। जिस वक्त मैं अस्पताल में थी, एक मशहूर व्यक्ति मुझसे मिलने आए, जिन्होंने सवाल किया कि आपने अपने बेटे का नाम तैमूर क्यों रखा है?
उस वक्त डिलीवरी को केवल 8 घंटे ही बीते थे। इन चीजों से परेशान होकर मैं रोने लगी थी। मेरा बच्चा खुश है और स्वस्थ है तो मुझे अब लोगों से और ट्रो’लिंग से कोई फर्क नहीं पड़ता।”