मस्जिद के बाहर भीख मांगते थे कादर खान, निधन के 5 दिन पहले छोड़ दिया था खाना; पढ़े इनकी लाइफ स्टोरी

कादर खान की कहानी

कादर खान ने आखिरी बार 5 -6 दिन को खाना खाया था.ये खाना कादर खान की बहू साहिस्ता यानी सरफराज की पत्नी ने बनाया था.इसके बाद उन्होंने अस्पताल का खाना खाने से मना कर दिया था.साहिस्ता ने उन्हें समझाया कि उनके लिए खाना बहुत जरूरी है लेकिन कादर कुछ भी खाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे.

कादर खान किसी भी बात का जवाब देने के लिए सिर्फ आंखों से इशारा कर रहे थे.यही कादर साहब के आखिरी शब्द भी थे.

गुरुवार के बाद से उन्होंने अन्न का एक दाना और पानी तक नहीं पिया था.वो सिर्फ घर का खाना चाहते थे.कादर खान के दोस्त ने कहा, ‘वो एक असली पठान थे.

‘5 दिन तक उन्होंने ना कुछ खाया और ना पानी पिया.इसके बावजूद वो 120 घंटे तक जिंदगी से जंग लड़ते रहे.ये हर किसी के बस की बात नहीं थी. उनके निधन से पूरे बॉलीवुड में गम का माहौल है। जहां अमिताभ बच्चन, अर्जुन कपूर, नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी तक ने उनके लिए खास ट्वीट किया है.

कादर खान को 15-16 दिन पहले खराब स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था.खबरों की मानें तो डॉक्टरों ने उन्हें बाइपेप वेंटीलेटर पर रखा था.इसके बाद हर घंटे उनकी हालत बिगड़ती गई.

अपने फ़िल्मी कररियर 1973 में फिल्म दागा से की थी ऐसे तो एक वक़्त वो भी था जब उन्होंने मस्ज़िद के भर बैठ कर भीख तक मांगी थी मगर उनकी पहली फिल्म के बाद उन्होंने बहुत फिल्मे में काम किया और बहुत आचसे हर किरदार को निभय.

कादर खान की माता जी ने कादर खान से पहले ३ बेटो को जन्म दिया था मगर वो सब 8 साल के होते होते ही उनकी मित्यु हो जाती थी उसके बाद उनकी माता जी बहुत दर गई थी तो उन्होंने भारत आने का फैसला किया और वो मुंबई जेसे बड़े सेहर आ गए थे हलाकि उनके माता पिता का तलाक तो हो गया था