देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले और उससे होने वाली मौतों का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा ढाई लाख के पार जा चुका है। वहीं, हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में रविवार सुबह कोरोनावायरस की वजह से एक तेलुगू चैनल में काम करने वाले 33 साल के पत्रकार की मौत हो गई।
रिपोर्टर के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद 4 जून को गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि जब पत्रकार को भर्ती किया था तो उसे निमोनिया और सांस संबंधी बीमारी थी। इसके अलावा, वह मियासथीनिया ग्रेविस नाम की बीमारी से भी ग्रसित था।
गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर एम राजा राव ने रविवार को बताया, “वह आईसीयू में भर्ती थे और डॉक्टरों की टीम उन पर बराबर नजर रख रही थी। मैं खुद भी नियमित उन्हें देखने जाता था। लेकिन रविवार सुबह उन्हें दिल का दौरा (Cardiac Arrest) पड़ा और सुबह 9।30 बजे के करीब उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है।”
पिछले एक हफ्ते में राज्य में कम से कम 13 पत्रकारों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। इनका इलाज चल रहा है। तेलंगाना में रविवार को कोरोना संक्रमण के 154 मामले दर्ज किए गए हैं और 14 लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3650 हो गया है और अब तक 137 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
कोरोना से मिलते-जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए फैलते हैं। कोरोना वायरस अब चीन में उतनी तीव्र गति से नहीं फ़ैल रहा है जितना दुनिया के अन्य देशों में फैल रहा है। कोविड 19 नाम का यह वायरस अब तक 70 से ज़्यादा देशों में फैल चुका है। कोरोना के संक्रमण के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए सावधानी बरतने की ज़रूरत है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके।