चेन्नई में मुसलमानों के खिलाफ बेकरी मालिक ने दिया ऐसा विज्ञापन, हुआ गिरफ्तार

चेन्नई के एक मशहूर बेकरी मालिक पर आ’रोप है कि उन्होंने धार्मिक भेदभाव फैला’ने वाला विज्ञापन बनवाया। इस विज्ञापन पर लिखा गया था कि मुस्लिम कर्मचारी नहीं जैन धर्म के स्टाफ बनाते हैं।

विज्ञापन की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी कुछ दिनों पहले काफी वा’यरल हुई थी। अब चेन्नई के जाने माने ‘Jain Bakeries’ पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। बेकरी के मालिक 32 साल के प्रशांत को मम्बालम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

प्रशांत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295 A और 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिसिया तफ्तीश में यह भी पता चला है कि प्रशांत ने ही इस विज्ञापन को Whats app ग्रुप पर शेयर किया था जिसके बाद यह विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ था।

चेन्नई के टी.नगर स्थित इस बेकरी के विज्ञापन में लिखा गया था कि ‘बेकरी का सामान जैन लोगों ने बनाया है…कोई मुस्लिम स्टाफ नहीं है।’ विज्ञापन में लिखे इस वाक्य को पढ़ने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसपर आ’पत्ति जताई थी। जिसके बाद पुलिस ने बेकरी के मालिक पर यह का’र्रवाई की है।

आपको याद दिला दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित वेलेंटिस कैं’सर अस्पताल ने अखबार में एक विज्ञापन छपवाया था। इस विज्ञापन में लिखा गया था कि ‘जो भी कैंसर के ‘मुस्लिम’ मरीज अस्पताल आएं उनसे अनुरोध है कि वो अपना और अपने तीमारदारों का को’रोना टेस्ट कराएं और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही अस्पताल आएं।’

अस्पताल के इस विज्ञापन को देखने के बाद कई लोगों ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। आ’पत्तियों को देखते हुए बाद में अस्पताल ने उसी अखबार में अपनी तरफ से स्पष्टीकरण दिया और फिर इस विज्ञापन को हटाया गया।

प्रतीकात्मक तस्वीर.

एक ऐसी ही खबर अप्रैल के महीने में अहमदाबाद से भी आई थी। जिसमें दावा किया गया था कि यहां के एक को’विड-19 अस्पताल में धर्म के अनुसार वार्ड बांटा गया है। मरीजों को उनके धर्म के मुताबिक ही वार्ड में रखा जा रहा था। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने बाद में इन बातों को निराधार बताते हुए धर्म आधार पर वार्ड के बंटवारे की बात का खंडन कर दिया था।