हाल ही में हरियाणा काडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ट्वीट करके कहा है कि रानी नागर का इस्तीफा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने नामंजूर कर दिया है।
उन्होंने यह भी कहा है कि रानी नागर का काडर बदलकर उत्तर प्रदेश करने की सिफारिश भी की गई है। हालांकि, रानी नागर ने इससे पहले ही कहा था कि अगर उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होता है तो उनका शोषण होता रहेगा।
मैं आप सब से एक ख़ुशी का समाचार सांझा कर रहा हूँ कि हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफ़ा माननीय मुख्यमंत्री @mlkhattar जी ने नामंज़ूर कर दिया है। इस्तीफ़ा नामंज़ूर करने के लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी का दिल की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूँ।
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— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) May 7, 2020
भारतीय जनता पार्टी के नेता और मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘ उन्होंने ट्वीट किया, ‘रानी नागर को इंसाफ दिलाने के लिए किए जा रही कोशिशें रंग लाई हैं। हमारी कोशिश यही है कि रानी नागर बिटिया के साथ किसी भी किस्म की नाइंसाफी ना हो पाए। इसके लिए हरियाणा सरकार में शीर्ष स्तर से लगातार बातचीत की जा रही थी।’
रानी नागर ने लिखा- गेस्ट हाउस के खाने में मिले थे स्टेपलर पिन
हरियाणा काडर की (2014 बैच) आईएएस अधिकारी रानी नागर ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इसकी वजह सरकारी ड्यूटी के दौरान निजी सुरक्षा को बताया था। कृष्णपाल गुर्जर के ट्वीट से कुछ घंटे पहले नागर ने ट्वीट किया कि अगर उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया तो उनका और शोषण होगा।
उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि चंडीगढ़ में गेस्ट हाउस में कई बार उनके खाने में स्टेपलर पिन मिले हैं। विपक्षी कांग्रेस ने रानी नागर के इस्तीफे को स्तब्धकारी बताया था और कहा कि क्या यह मुख्यमंत्री खट्टर की विफलता का सबूत नहीं है।
रानी नागर ने नोएडा और गाजियाबाद के लोगों से अपील की है कि वे उनके इस्तीफे के लिए आग्रह और आंदोलन ना करें। रानी नागर ने कई सारे ट्वीट्स करके अपना पक्ष रखा है। उन्होंने यह भी कहा है, ‘इस्तीफा स्वाकीर ना होने से मेरा और अधिक शो’षण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं होगा। ज्यादा समय तक मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और मेरा एनपीएस फंड मुझे ना मिला तो मेरे भूखे म’रने की नौबत आ जाएगी।’