इस्तीफा देने के बाद आईएएस रानी नागर का चौंकाने वाला खुलासा

लॉकडाउन-3 में अपने पद से इस्तीफा देकर घर जाने वाली हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर की टीस गुरुवार को फिर से सोशल मीडिया पर बाहर आई। रानी नागर ने लोगों से अपील की है कि उसके इस्तीफे के लिए लोग आंदोलन न करें, क्योंकि उसके लिए अब नौकरी कर पाना संभव नहीं होगा।

https://twitter.com/ias_raninagar/status/1258298340954927104?s=20

रानी ने यूटी गेस्ट हाउस पर भी गंभी’र आ’रोप लगाते हुए कहा है कि उसके खाने में पिन डालकर दी जाती थी, इस संबंध में शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

रानी नागर ने सिलसिलेवार 5 ट्वीट किए

https://twitter.com/ias_raninagar/status/1258304467725725696?s=20

रानी नागर ने लोगों को आग्रह करते हुए कहा कि आप मेरा इस्तीफा स्वीकार ना किए जाने के लिए आग्रह व आंदोलन ना करें। मुझे माननीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मैं अपने केस में माननीय न्यायपालिका में जाती रहूंगी।

https://twitter.com/ias_raninagar/status/1258304275244974080?s=20

मेरे पास अभी अपनी रोटी खाने के लिए भी बहुत सीमित साधन है। मेरी आप सभी से हाथ जोड़कर विनती है कि जितनी जल्दी मेरा इस्तीफा स्वीकार होगा उतनी ही जल्दी मेरा तनख्वाह में से कटा हुआ एनपीएस फण्ड मुझे प्राप्त होगा जिससे मैं अपना रोटी का का खर्चा चला पाऊंगी।

मेरे इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए सम्भव नहीं होगा। यू टी गेस्ट हाऊस के कमरे में स्वयं खाना बनाने के लिए गैस व चूल्हा लगाया जाना मना था। मैं रूपये देकर यूटी गेस्ट हाऊस से जो खाना खरीदती थी, मुझे उस खाने में लोहे के पिन डालकर खाना दिया जाता था। इस बारे की गई लिखित शिकायत की प्रति संलग्न है।

https://twitter.com/ias_raninagar/status/1258304036089892866?s=20

लॉकडाउन में यूटी गेस्ट हाऊस को जनता के लिए बंद कर दिया गया लेकिन मुझे और मेरी बहन रीमा नागर को यूटी गेस्ट हाऊस में ही रखा गया। खाना नहीं मिला। हम इस दौरान बड़ी मुश्किल से तरल पदार्थ से अपना गुजारा चलाया। यदि आप मेरा इस्तीफा रोकने बारे आग्रह व आंदोलन ना करें तो आप सभी की हम पर बड़ी दया होगी।