पार्स टुडे पर छपी खबर के मुताबिक, ब्रिटेन में स’त्ताधा’री कंज़रवेटिव पा!र्टी के पीटरबोरो से सांसद पाल ब्रिस्टो ने कहा कि रमज़ान का महीना आध्यात्मिक चिंतन, आत्म निर्माण और उपासना का महीना है तो मैंने यह तय किया कि रमज़ान के पहले हफ़्ते में मैं भी रोज़ा रखूंगा।
I am fasting for the first week of #Ramadan. I want to share this experience with the 20,000 Muslims who live in my City #proudofpeterborough #RamadanMubarak pic.twitter.com/dwqf9HY5I7
— Paul Bristow MP (@paulbristow79) April 23, 2020
उन्होंने कहा कि मैं मुसलमान नहीं हूं लेकिन मैं चाहता हूं कि इस विशेष अनुभव में अपने शहर में रहने वाले 20 हज़ार मुसलमानों के साथ मैं भी शामिल हो जाऊं।
ब्रिस्टो ने कहा कि मैं यह समझना चाहता हूं कि मुसलमान यह कैसी इबादत करते हैं और उनके लिए रमज़ान का क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि मैं इस्लामी आस्थाओं और ख़ुद अपने बारे में अधिक जानना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि रमजान में रोज़ा रखने से मुझे सब्र करने, चिंतन करने और आत्म मंथन करने में मदद मिलेगी। मैं इस दौरान इस्लाम की बारीकियों को करीब से समझना चाहुंगा।
ब्रिटिश सांसद ने कहा कि हालांकि मैं इस्लाम के बारे में बहुत कुछ अध्यन कर चूका हूँ लेकिन अभी तक मैंने कोई रोज़ा नहीं रखा। इसलिए रोज़ा रखने का अनुभव भी मेरे लिए ज़रूरी है। मैंने पढ़ा है कि रोज़ा न सिर्फ सेहत को बेहतर करता है बल्कि मस्तिष्क और दिल को शांति देता है।
#Ramadan fasting vlog day 1 done https://t.co/TgrgP4qh71
— Paul Bristow MP (@paulbristow79) April 25, 2020
मी!डिया रिपोर्ट के मुता!बिक सांसद पाल ब्रिस्टो ने कहा कि यह मेरे लिए सौभा!ग्य ही होगा कि मुझे ऐसे समय इस्लाम को और करीब जाने का मौका मिलेगा जिस महीने को मुस्लिम लोग बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं।