इरफ़ान खान को यहाँ किया गया सुपुर्द-ए-ख़ाक, देखिये आखिरी सफ़र की तस्वीरें

बॉलिवुड ऐक्टर इरफान खान अब हमारे बीच नहीं रहे। अब बुधवार शाम करीब 4 बजे उन्हें अंतिम विदाई दे दी गई। जनाने की नमाज के बाद इरफान खान के पार्थिव शरीर को यारी रोड, वर्सोवा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया।

उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए वहां उनके परिवार के कुछ लोग मौजूद थे। इस मौके पर ज्यादा भीड़ की इजाजत नहीं थी, इसलिए बॉलिवुड से कुछ ही लोग इस जनाजे में शामिल हो पाए।

उनके करीबियों में से एक विशाल भारद्वाज, तिग्मांशु धूलिया के अलावा राजपाल यादव, कपिल शर्मा और मीका सिंह जैसे कुछ सिलेब्रिटीज नजर आए।

इरफान को पिछले हफ्ते मुंबई के हॉस्पिटल में ICU में भर्ती किया गया था। बता दें कि इरफान खान का नि’धन आज बुधवार 29 अप्रैल 2020 को मुंबई के कोकिलाबेन अस्‍पताल में हुआ और उन्हें खोने के गम में पूरे देश डूब चुका है।

उनके नि’धन की खबर ने हर किसी के दिल को झकझोर दिया और कई सितारे उनके जनाजे में शामिल भी होना चाहते थे, लेकिन यह संभव नहीं थी।

कोरोना को ध्यान में रखते हुए मुंबई पुलिस ने सख्ती बरती जिसमें केवल 20 लोगों को ही शामिल होने की इजाजत दी गई थी।

हालांकि, वहां यारी रोड के आसपास रहने वाले कुछ लोग भी खुद को रोक न सके और उनके अंतिम दर्शन के लिए वहां पहुंचने लगे थे, जिनसे पुलिस वहां से वापस जाने को भी कहती दिखी।

मुंबई पुलिस की निगरानी और कड़े बंदोबस्त में ऐक्टर के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया। उन्हें अंधेरी के यारी रोड, वर्सोवा कब्रिस्तान में दफनाया गया है।

बता दें कि पिछले दो साल से बॉलिवुड स्टार इरफान खान न्यूरोएंडो’क्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे और आखिरकार वह इस बीमारी को मात नहीं दे पाए। आखिरकार इस खतरनाक बीमारी ने उन्हें हमलोगों से हमेशा के लिए छीन लिया।

बेहद ही सीमित लोगों की उपस्थिति में इरफान को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया। इस मौके पर मीडिया की भीड़ पर भी मुंबई पुलिस की तगड़ी निगरानी रही। सितारे भले इस अंतिम यात्रा में शामिल न हो सके हों, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके जाने को लेकर अपना ग़म बयां किया है। अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, शत्रुघ्न सिन्हा, लता मंगेशकर जैसे तमाम हस्तियों की दुख सोशल मीडिया पर उनके लिए उमड़ पड़ा है।

ऐसी चर्चा थी कि उन्हें शाम 5 बजे के आसपास अंतिम विदाई दी जाएगी, लेकिन जनाजे की नमाज के बाद उन्हें करीब 4 बजे सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया।

दो साल पहले साल 2018 में ही उन्हें पता चला था कि वह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर जैसी खतरना’क बीमा’री से जूझ रहे हैं। इसके बाद लंदन में लगभग एक साल तक उनका इलाज चलता रहा। पिछले साल सितम्बर में वह मुंबई लौटे थे, हालांकि तब भी वह पूरी तरह से स्वस्थ नजर नहीं आ रहे थे। उन्होंने अपने चेहरे का स्कार्फ से ढक रखा था और वील चेयर पर नजर आ रहे थे।

2 महीने पहले यानी होली के पहले उनकी तबी’यत फिर से बिगड़ गई थी, बस उसके बाद लगातार उनकी तबी’यत बिगड़ती गई। अभी 10 दिन पहले जब उनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ गई, तब उन्हें कोकिलाबेन में ऐडमिट करवाया गया था। इस बार हॉस्पिटल में वह अपनी बीमारी से बहुत संघर्ष कर रहे थे और आखिरकार उन्होंने हार मान ली।